रामा पांडे को न्याय दिलाने की उठी आवाज, यूनियन का ऐलान– आंदोलन रुकेगा नहीं, जल्द होगा शक्ति प्रदर्शन और चक्का जाम
गुवा | 25 जून 2025
जिला प्रशासन द्वारा झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के केंद्रीय अध्यक्ष एवं मजदूर नेता रामा पांडे को पश्चिमी सिंहभूम जिला से छह माह के लिए निष्कासित करने के फैसले के बाद मजदूरों में आक्रोश है। बुधवार शाम गुवा रामनगर स्थित झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के यूनियन कार्यालय में आयोजित बैठक में यूनियन पदाधिकारियों एवं मजदूरों ने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक आदेश से रामा पांडे को जिला से तो निकाला जा सकता है, लेकिन मजदूरों के दिलों से नहीं।
महामंत्री राजेंद्र सिंधिया ने कहा– “मजदूरों की आवाज को दबाया जा रहा है”
इस बैठक में किरीबुरू यूनिट के महामंत्री राजेंद्र सिंधिया ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा:
“रामा पांडे पर जिला बदर जैसी कार्रवाई एक साजिश के तहत की गई है ताकि मजदूरों की आवाज को कमजोर किया जा सके। लेकिन वह आज भी हम सभी के साथ हैं और मजदूरों की लड़ाई जारी रखेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा जारी आदेश का यूनियन सम्मान करती है, परंतु अन्याय के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर रामा पांडे को न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
यूनियन ने एलान किया संघर्ष तेज करने का
संयुक्त सचिव संजय तिग्गा ने बैठक में कहा कि मजदूरों का आंदोलन किसी भी स्थिति में दबने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया:
- यूनियन एमडीओ (माइन डेवलपमेंट ऑपरेटर) प्रणाली का विरोध करती है और इसे सेल में लागू नहीं होने देगी।
- बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली के खिलाफ भी कड़ा आंदोलन होगा, क्योंकि यह मजदूरों की गरिमा और कार्य स्थायित्व पर सीधा हमला है।
- मजदूरों की आवाज को दबाने के किसी भी प्रयास का जवाब आंदोलन से दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही शक्ति प्रदर्शन कर सेल का चक्का जाम किया जाएगा और उत्पादन को बाधित कर मज़दूरों की ताकत दिखाई जाएगी।
“समान कार्य का समान वेतन” लागू होने को बताया यूनियन की उपलब्धि
महामंत्री अंतर महाकुड़ ने कहा कि झारखंड मजदूर संघर्ष संघ की वर्षों की लड़ाई का ही परिणाम है कि समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को आखिरकार सेल प्रबंधन ने मान लिया है, और यह व्यवस्था आगामी 1 अगस्त से लागू की जा रही है।
उन्होंने कहा:
“हमने मजदूरों के हक की लड़ाई कभी छोड़ी नहीं, और आगे भी नहीं छोड़ेंगे। रामा पांडे जैसे नेता को जिला बदर कर हमारे हौसले को कमजोर नहीं किया जा सकता।”
मजदूरों का समर्थन, ग्रामीणों की एकजुटता
बैठक में बड़ी संख्या में सेल के स्थायी कर्मचारी, ठेका मजदूर, ग्रामीण और यूनियन पदाधिकारी मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में रामा पांडे के साथ अपनी एकजुटता दिखाई और यह संकल्प लिया कि वे संघ के हर आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे।
यूनियन की चेतावनी – जल्द होगी निर्णायक कार्रवाई
बैठक के अंत में यह तय किया गया कि:
- आगामी दिनों में जोरदार विरोध प्रदर्शन होगा।
- प्रशासन और सेल प्रबंधन को चेतावनी दी गई कि अगर मजदूरों की मांगों की अनदेखी जारी रही, तो श्रमिक आंदोलन उग्र रूप लेगा।
- चक्का जाम जैसे कड़े कदम उठाने से यूनियन पीछे नहीं हटेगी।