झारखंड पर्यटन विभाग का सराहनीय प्रयास, जिला प्रशासन व स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी
रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
झारखंड पर्यटन विभाग द्वारा पश्चिमी सिंहभूम जिले के विश्वविख्यात सरंडा क्षेत्र में पर्यटन को डिजिटल माध्यम से बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष फील्ड विजिट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सरंडा के प्रमुख पर्यटन स्थलों को 3D और 360 डिग्री वीडियो में कैद कर वर्चुअल टूरिज्म कंटेंट तैयार किया गया, जो अब देश-विदेश के पर्यटक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर देख सकेंगे।
यह अभियान जिला खेल पदाधिकारी (DSO) श्रीमती रूपा रानी तिर्की के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
दिल्ली से आई टेक्निकल टीम ने किया फिल्मांकन
पर्यटन विभाग के श्री के.के. दास के फील्ड समन्वय में और दिल्ली से आई प्रोफेशनल टेक्निकल टीम के सहयोग से सरंडा के घाघीरथी जलप्रपात, ठोलकोबाड़ आदिवासी गांव, किरीबुरू सनसेट पॉइंट जैसी खूबसूरत जगहों का भ्रमण कर वहां की प्राकृतिक सुंदरता, जनजातीय जीवनशैली और पारंपरिक आदिवासी नृत्य को आधुनिक कैमरों में रिकॉर्ड किया गया।
सरंडा वन प्रमंडल का सहयोग
फील्ड विजिट के दौरान सरंडा वन प्रमंडल के डीएफओ श्री अविरूप सिन्हा एवं उनकी टीम ने भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। प्राकृतिक स्थलों की शूटिंग के लिए वन विभाग से अनुमति और अन्य व्यवस्थाओं में वन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
स्थानीय बच्चों और ग्रामीणों के बीच सौगातें भी बांटी गईं
इस कार्यक्रम के दौरान समुदाय से जुड़ाव को महत्व देते हुए जिला खेल पदाधिकारी श्रीमती रूपा रानी तिर्की और उनकी टीम ने स्थानीय ग्रामीणों एवं बच्चों के बीच चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक, रिफ्रेशमेंट और स्पोर्ट्स जर्सी वितरित कीं। इस छोटे-से सामाजिक जुड़ाव कार्यक्रम को गांव वालों ने बेहद सराहा और खुशी जाहिर की।
डीएसओ कार्यालय की सक्रिय भागीदारी
फील्ड विजिट के दौरान डीएसओ कार्यालय से सुश्री अर्चना और सुश्री मनीषा ने भी पूरी प्रक्रिया में भागीदारी निभाई। तकनीकी टीम के साथ तालमेल बैठाकर स्थल चयन से लेकर शूटिंग तक हर पहलू पर नजर रखी गई।
झारखंड पर्यटन को मिलेगा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नया मुकाम
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि सरंडा क्षेत्र का यह डिजिटल डॉक्यूमेंटेशन झारखंड की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान दिलाएगा। झारखंड पर्यटन विभाग अब इन 3D और 360 डिग्री वीडियो को अपनी आधिकारिक वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मंचों पर साझा करेगा। इससे पर्यटकों को घर बैठे झारखंड की खूबसूरती देखने का अवसर मिलेगा और पर्यटकों के प्रत्यक्ष आगमन को भी बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन विभाग के श्री के.के. दास ने क्या कहा?
श्री के.के. दास ने कहा:
“सरंडा सिर्फ जंगल नहीं है, यह झारखंड की आत्मा है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और जनजातीय संस्कृति को डिजिटल रूप में पेश करना राज्य पर्यटन के लिए मील का पत्थर है।”
स्थानीय लोगों में उत्साह
सरंडा क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत किया। ठोलकोबाड़ गांव के एक युवा ने बताया, “पहली बार हमारे गांव और हमारे नृत्य को इस तरह फिल्माया गया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है।”
सरंडा वर्चुअल टूरिज्म: मुख्य आकर्षण
- घाघीरथी जलप्रपात की 360 डिग्री व्यू
- किरीबुरू सनसेट पॉइंट का 3D अनुभव
- ठोलकोबाड़ गांव का पारंपरिक जीवन और आदिवासी नृत्य
- स्थानीय समुदाय के चेहरे और जीवनशैली का नजदीकी दृश्य
आगे की योजना
पर्यटन विभाग भविष्य में पश्चिमी सिंहभूम के अन्य इलाकों जैसे चाईबासा, गुवा, नोवामुंडी, और मनोहरपुर क्षेत्र में भी इसी तरह के डिजिटल कंटेंट निर्माण की योजना पर काम कर रहा है।
यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, रोजगार और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भी सकारात्मक भूमिका निभाएगी।