गम्हरिया के आदित्यपुर थाना क्षेत्र में दर्दनाक घटना, बीमारी और डिप्रेशन को माना जा रहा वजह
सरायकेला, संवाददाता
सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत गम्हरिया के चित्रगुप्त नगर में शुक्रवार देर शाम एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के चार लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में टाटा स्टील गम्हरिया के सीनियर ऑफिसर कृष्ण कुमार (40), उनकी पत्नी डॉली देवी (35), और दो मासूम बेटियां पूजा (13) और मैया (4) शामिल हैं। यह वारदात क्षेत्र में सनसनी का कारण बन गई है।
घर से बदबू आने पर हुआ खुलासा
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पूरा परिवार दो दिनों से घर से बाहर नहीं निकला था। लगातार बंद दरवाजे और घर से आती दुर्गंध ने पड़ोसियों को परेशान कर दिया। संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही आदित्यपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर घर के भीतर दाखिल हुई। भीतर का दृश्य देखकर पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए—परिवार के सभी सदस्य पंखे से लटके हुए पाए गए।
पुलिस जांच में जुटी, शवों को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेज दिया है। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही गम्हरिया के बीडीओ अभय द्विवेदी और सीओ अरविंद बेदिया मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। घटनास्थल से किसी प्रकार का सुसाइड नोट अब तक बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस परिवार की मानसिक और चिकित्सकीय स्थिति को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
कैंसर से पीड़ित थे कृष्ण कुमार, परिवार में गहराता गया अवसाद
स्थानीय लोगों और पड़ोसियों के अनुसार, कृष्ण कुमार लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। इलाज के बावजूद उनकी स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा था। बताया जा रहा है कि बीमारी के चलते पूरा परिवार गहरे अवसाद में चला गया था। हालांकि, पड़ोसियों का कहना है कि यह परिवार बेहद मिलनसार था और किसी प्रकार की पारिवारिक कलह की कोई जानकारी उन्हें नहीं थी।
मासूम बच्चियों की मौत ने भावुक किया पूरा इलाका
पूरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा चर्चा और पीड़ा का विषय बनीं दो मासूम बच्चियां—पूजा और मैया—जिन्हें अभी जीवन की शुरुआत भर करनी थी। पूजा मात्र 13 साल की थी, जबकि मैया केवल 4 साल की। इनकी मौत ने इलाके को झकझोर कर रख दिया है। मोहल्ले के लोगों की आंखें नम हैं और हर कोई यही सवाल कर रहा है कि आखिर यह भयावह निर्णय परिवार ने क्यों लिया?
आत्महत्या या कुछ और? पुलिस हर पहलु पर कर रही जांच
पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की गहराई से जांच कर रही है। यद्यपि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है ताकि किसी अन्य एंगल को नजरअंदाज न किया जाए।
स्थानीय प्रशासन ने जताया दुख, मानसिक स्वास्थ्य को लेकर उठे सवाल
घटना के बाद गम्हरिया के स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। बीडीओ अभय द्विवेदी ने कहा कि यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि एक चेतावनी भी है कि गंभीर बीमारियों और मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों को सामाजिक और चिकित्सकीय सहायता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए उचित कदम उठाएगा।
इलाके में मातम, प्रशासन से सहायता की मांग
चित्रगुप्त नगर में इस घटना के बाद से माहौल गमगीन है। लोग एक-दूसरे से चुपचाप मिल रहे हैं, किसी के पास कहने को शब्द नहीं हैं। कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना को “व्यवस्था की विफलता” करार देते हुए मांग की है कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जाए और गंभीर रोगियों के लिए समुचित परामर्श की व्यवस्था की जाए।