विश्व हाथ स्वच्छता दिवस पर डोंडियासाईं में अमरनाथ महतो ने ग्रामीणों को दी जागरूकता की सीख
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस के अवसर पर आज नोआमुंडी ब्लॉक अंतर्गत डोंडियासाईं गांव में सामुदायिक संघचालक अमरनाथ महतो ने ग्रामीणों के बीच हाथ धोने के महत्व को लेकर विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाया। यह आयोजन डॉक्टर ऑन व्हील्स के तहत आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के दौरान किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
विश्व स्वच्छता दिवस की अहमियत पर जोर
अमरनाथ महतो ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 5 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि हाथ धोना सिर्फ एक आदत नहीं बल्कि संक्रमण से बचाव का सबसे सस्ता और प्रभावी उपाय है।
“हाथों की स्वच्छता से हम न केवल खुद को बल्कि अपने पूरे परिवार को बीमारियों से बचा सकते हैं,” – अमरनाथ महतो, सामुदायिक संघचालक
संक्रमण रोकने में मददगार है हाथ धोने की सही तकनीक
कार्यक्रम में अमरनाथ महतो ने ग्रामीणों को हाथ धोने की वैज्ञानिक विधि भी सिखाई। उन्होंने बताया कि हाथ धोने की प्रक्रिया को गंभीरता से अपनाकर बीमारियों जैसे डायरिया, सर्दी-खांसी और वायरल संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
सही हाथ धोने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
* सबसे पहले हाथों को साफ पानी से गीला करें
* पर्याप्त मात्रा में साबुन लगाएं
* हाथों की सभी सतहों – हथेली, ऊंगलियों के बीच, नाखूनों के नीचे – को अच्छी तरह रगड़ें
* कम से कम 20 सेकंड तक हाथ रगड़ते रहें
* फिर साफ पानी से हाथ धो लें
* अंत में साफ तौलिये या पेपर टॉवल से हाथों को सुखाएं
“खाने से पहले हाथ धोना बनाएं आदत”
अमरनाथ महतो ने ज़ोर देकर कहा कि हर व्यक्ति को भोजन करने से पहले और शौच के बाद अनिवार्य रूप से हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए। यह आदत ना सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य की रक्षा करती है, बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने में कारगर होती है।
ग्रामीणों में दिखा जागरूकता का उत्साह
इस कार्यक्रम के दौरान महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए। ग्रामीणों ने हाथ धोने की विधि को ध्यान से सीखा और अमरनाथ महतो के प्रयासों की सराहना की। बच्चों ने तो हाथ धोने की पूरी प्रक्रिया को दोहराकर भी दिखाया।
सामुदायिक स्वास्थ्य की दिशा में सकारात्मक पहल
इस प्रकार के आयोजन न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाते हैं, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी बनाते हैं। अमरनाथ महतो जैसे कार्यकर्ताओं की पहल से दूर-दराज के क्षेत्रों में भी स्वच्छता को लेकर नई चेतना फैल रही है।