जंगल की शांति में फिर गूंजेंगी बीट्स और मूव्स
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
सारंडा के हरे-भरे शांत जंगलों में एक बार फिर हिप-हॉप की ऊर्जा भरने जा रही है। सारंडा जैम—जो पहली बार 25 मार्च 2023 को आयोजित हुआ था—इस साल 9 अप्रैल, बुधवार को एक बार फिर वापसी कर रहा है। आयोजन स्थल रहेगा मेघाहातुबुरु कम्युनिटी सेंटर, जहाँ स्थानीय युवाओं की क्रिएटिविटी और जुनून देखने को मिलेगा।
दो बैटल कैटेगरीज, हर डांसर के लिए एक चैलेंज
इस बार सारंडा जैम में दो कैटेगरीज में मुकाबले होंगे:
ऑल स्टाइल बैटल – जहाँ किसी भी डांस स्टाइल में भाग लिया जा सकता है।
ब्रेकिंग बैटल – बी-बॉयिंग और ब्रेक डांसिंग की खास कैटेगरी, जो हिप-हॉप का दिल मानी जाती है।
यह प्रतियोगिता उन सभी डांसर्स के लिए सुनहरा मौका है जो अपनी कला को मंच पर लाना चाहते हैं और खुद को साबित करना चाहते हैं।
मंच नहीं, आंदोलन है ‘सारंडा जैम’
यह इवेंट सिर्फ डांस बैटल नहीं है, बल्कि एक मूवमेंट है। हिप-हॉप संस्कृति को गाँव, जंगल और कस्बों तक ले जाने वाला यह प्रयास युवाओं के लिए आत्म-प्रकाश का माध्यम बन रहा है। यहाँ स्ट्रीट आर्ट, बी-बॉयिंग, फ्रीस्टाइल डांस और क्रिएटिविटी खुलकर सामने आती है।
एकता, ऊर्जा और आत्म-विश्वास की मिसाल
सारंडा जैम का मकसद सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज के भीतर पॉजिटिव एनर्जी और क्रिएटिव स्पेस तैयार करना है। यह इवेंट युवाओं को जोड़ता है, उनकी प्रतिभा को निखारता है, और आत्म-विश्वास का निर्माण करता है।
इन चेहरों ने गढ़ी है सारंडा जैम की पहचान
इस क्रांतिकारी पहल के पीछे हैं कुछ प्रेरणादायक चेहरे:
टोनी, अमृत, राहुल, अभिषेक, सिकंदर, भोलानाथ दास और महेश दास – ये सभी अपने क्षेत्र के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इनका सपना है कि सारंडा जैसे दूरदराज़ क्षेत्र में भी टैलेंट को उड़ान मिले और उन्हें एक सशक्त मंच मिल सके।
ग्राउंड से ग्लोरी तक – सारंडा की नई आवाज
सारंडा जैम सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन बनता जा रहा है। यह दिखाता है कि बड़े मंच सिर्फ शहरों में नहीं होते – जंगलों के बीच, मिट्टी की खुशबू में, बीट्स की धड़कनों के साथ भी ग्लोरी की शुरुआत हो सकती है।