रिपोर्ट: शैलेश सिंह , 14 अप्रैल 2025:
झारखंड के पुलिस महानिदेशक श्री अनुराग गुप्ता (भापुसे) ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की गहन समीक्षा की। यह बैठक पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक समेत सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित की गई।
भौगोलिक चुनौती और रणनीति पर मंथन
बैठक के दौरान क्षेत्र की भौगोलिक जटिलताओं, नक्सली गतिविधियों के स्वरूप और वर्तमान अभियानों की समीक्षा की गई। पुलिस महानिदेशक ने अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु रणनीति पर सुझाव दिए तथा निर्देशित किया कि नक्सल प्रभावित इलाकों में स्थानीय लोगों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अभियान को आगे बढ़ाया जाए।
सार्वजनिक सहयोग को प्राथमिकता
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आम जनता का विश्वास बढ़ाना और विकास कार्यों को गति देना अभियान की प्रमुख प्राथमिकता है। बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि नक्सल विरोधी अभियान के साथ-साथ क्षेत्र की अधोसंरचनाओं को सुदृढ़ करने के उपाय भी सुनिश्चित किए जाएं।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस समीक्षा बैठक में झारखंड के पुलिस महानिरीक्षक श्री साकेत कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) श्री अमन विक्रांत होरो, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अनुज कुमार, श्री पूरन चंद्र झा, पुलिस अधीक्षक चाईबासा आशुतोष शेखर समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
स्थानीय स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन का निर्देश
पुलिस महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए स्थानीय सुरक्षा बलों, खुफिया तंत्र और प्रशासन के साथ मिलकर अभियान को नए स्तर पर ले जाना होगा। साथ ही उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिया कि आमजन को जोड़ते हुए क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बेहतर किया जाए।
झारखंड पुलिस मुख्यालय की पहल
इस समीक्षा बैठक का आयोजन झारखंड पुलिस मुख्यालय, रांची द्वारा किया गया, जिससे यह स्पष्ट संकेत गया है कि राज्य सरकार नक्सलवाद को लेकर गंभीर है और उसके उन्मूलन हेतु उच्च स्तर पर सक्रिय प्रयास कर रही है।