खनन के सौ वर्षों की सफलता पर विद्यार्थियों ने बिखेरी ज्ञान की रोशनी
नोवामुंडी, 8 मई 2025 (गुरुवार):
टाटा स्टील, नोवामुंडी के खनन कार्यों के सफल 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में टाटा डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, नोवामुंडी में विशेष कूट प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यार्थियों में खनन, पर्यावरण और टाटा स्टील के योगदान के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से किया गया था।
मुख्य अतिथि और क्विज मास्टर की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर टाटा स्टील, नोवामुंडी के मुख्य माइनिंग प्लानिंग पदाधिकारी श्री अवनीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन क्विज मास्टर के रूप में उदय प्रकाश सिंह (सहायक मैनेजर, कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन) ने किया। उनके प्रश्नों ने बच्चों की तार्किक क्षमता और सामान्य ज्ञान की गहराई को परखा।
सिद्धांत और बसमा बने क्विज के सितारे
प्रतियोगिता में कक्षा 12 के सिद्धांत दास और बसमा कौसर ने अपनी तेज़ बुद्धि और त्वरित उत्तरों से सभी को प्रभावित किया और विजेता घोषित किए गए। इनके अतिरिक्त कक्षा 10 की अदिति सिंह और कक्षा 11 की अंकिता कुमारी ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर खूब सराहना पाई। सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
नोवामुंडी पर आधारित कविता पाठ ने बढ़ाया कार्यक्रम का स्तर
क्विज के साथ-साथ विद्यार्थियों द्वारा नोवामुंडी की प्राकृतिक छटा, खनन की विरासत और जनजीवन पर आधारित कविताओं का सजीव पाठ किया गया। इस रचनात्मक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को साहित्यिक रंग में रंग दिया।
प्राचार्य ने प्रकृति-संरक्षण पर दिया संदेश
विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रशांत कुमार भूयान ने अपने उद्बोधन में कहा, “प्रकृति का दोहन उचित है, शोषण नहीं। टाटा स्टील की कार्य पद्धति इस सिद्धांत का अनुपालन करती है। तभी तो यह संगठन 100 वर्षों से टिकाऊ विकास की दिशा में कार्यरत है।” उन्होंने आश्वस्त किया कि विद्यालय भविष्य में भी टाटा स्टील के साथ खड़ा रहेगा।
शांतिपाठ और धन्यवाद ज्ञापन के साथ समापन
कार्यक्रम का समापन शांति पाठ गाकर किया गया, जिससे वातावरण में आध्यात्मिकता और संतुलन का भाव उत्पन्न हुआ। मंच संचालन की जिम्मेदारी शिक्षकों श्री मानस रंजन मिश्र और श्री सचिन चंद्र ने निभाई। वहीं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक श्री अरबिंद ठाकुर ने प्रस्तुत किया।
शिक्षा, ज्ञान और संस्कृति का संगम बना यह आयोजन
यह प्रतियोगिता न केवल विद्यार्थियों के ज्ञान को प्रदर्शित करने का मंच बनी, बल्कि टाटा स्टील और स्थानीय समुदाय के सौहार्दपूर्ण संबंधों को भी दर्शाया। खनन जैसे तकनीकी विषय को रचनात्मकता और प्रतिस्पर्धा से जोड़कर टाटा डी.ए.वी. नोवामुंडी ने एक प्रेरणादायी मिसाल पेश की।