खरसावां विधायक दशरथ गागराई बोले– जेनालोंग-बाडेडीह सड़क और स्कूल उन्नयन प्राथमिकता, समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा
सरायकेला, संवाददाता
कुचाई प्रखंड के सुदूरवर्ती और पहाड़ी गांव रायसिंदरी में बुधवार को जन समस्याओं के समाधान के लिए विशेष जनता दरबार का आयोजन किया गया। खरसावां विधायक दशरथ गागराई की अध्यक्षता में आयोजित इस दरबार में सैकड़ों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया और क्षेत्र की समस्याएं खुलकर रखीं। विधायक गागराई ने अधिकारियों के साथ मिलकर सभी मामलों को गंभीरता से सुना और मौके पर ही कई निर्देश दिए।
सड़क और स्कूल उन्नयन को बताया पहली प्राथमिकता
जनता दरबार को संबोधित करते हुए विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि रायसिंदरी से जेनालोंग-बाडेडीह (करीब 4 किलोमीटर) तक सड़क निर्माण इस वित्तीय वर्ष में उनकी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। साथ ही रायसिंदरी के प्राथमिक विद्यालय को उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल की जाएगी, ताकि बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि शिक्षा, सड़क और पानी के क्षेत्र में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।
पेयजल संकट दूर करने का आश्वासन, गांव में बनेंगे कुएं
विधायक गागराई ने ग्रामीणों की शिकायतों पर कहा कि रायसिंदरी में लंबे समय से जारी पेयजल संकट का स्थायी समाधान किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही गांव में कुएं का निर्माण कराया जाएगा ताकि लोगों को साफ पेयजल मिल सके।
स्थानीय भाषा के शिक्षक की मांग पर संज्ञान
ग्रामीणों ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायसिंदरी में स्थानीय भाषा (संथाली/हो) के शिक्षक की नियुक्ति की मांग की। विधायक ने बीडीओ को निर्देश दिया कि इस संबंध में संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेजा जाए ताकि जल्द नियुक्ति की जा सके।
जनता दरबार में लाभुकों को बांटी गई परिसंपत्तियाँ
जनता दरबार के दौरान राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया। इसमें शामिल प्रमुख वितरण इस प्रकार हैं:
- वन अधिकार कानून के तहत 3445.6 एकड़ सामुदायिक वन पट्टा
- फुलो झानो आशीर्वाद योजना के अंतर्गत 10,000 रुपये का अनुदान
- सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत चार स्कूली छात्राओं को स्वीकृति पत्र
- दो गर्भवती महिलाओं की गोदभराई
- चार बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार
यह वितरण लोगों में सरकारी योजनाओं के प्रति भरोसा बढ़ाने का प्रयास है।
शिविर में मिले 212 आवेदन, आठ का मौके पर निष्पादन
जनता दरबार में अलग-अलग विभागों द्वारा सरकारी योजनाओं की जानकारी व आवेदन निबटारे के लिए शिविर भी लगाया गया। कुल 212 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 8 आवेदनों का मौके पर ही निष्पादन कर दिया गया। विभागवार प्राप्त आवेदनों का विवरण इस प्रकार रहा:
विभाग को प्राप्त आवेदन
आवास योजना- 14, मनरेगा- 8 (निष्पादन 8), पंचायती राज- 3, जेएसएलपीएस-1, बाल विकास परियोजना-10, पशुपालन विभाग- 10, आपूर्ति विभाग- 26, बैंक- 10, सामाजिक सुरक्षा- 30, राजस्व विभाग- 7, निर्वाचन- 7, स्वास्थ्य विभाग- 86
यह दिखाता है कि जनता दरबार प्रशासन और जनता के बीच संवाद स्थापित करने का एक प्रभावी माध्यम बन रहा है।
अधिकारी और प्रतिनिधि रहे मौजूद
जनता दरबार के आयोजन में कई विभागों के अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में शामिल थे:
- विधायक दशरथ गागराई
- बीडीओ साधु चरण देवगम
- मुखिया लुदरी हेम्ब्रम
- जन प्रतिनिधि मुन्ना सोय
- ब्लॉक कोऑर्डिनेटर पंकज कुंभकार
- सहायक अभियंता गणेश महतो, कनिष्ठ अभियंता सुमित कवि
- बीपीएम राजेश त्रिवेदी, बीपीओ कुंदन वाजपेई
- डॉ मोनिका माड़ी, दीपनाथ माझी, बीना बाकिरा, दीपनाथ मार्डी आदि।
निष्कर्ष: जनसरोकार की मिसाल बना रायसिंदरी जनता दरबार
रायसिंदरी का यह जनता दरबार न केवल एक प्रशासनिक पहल रही, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों की वास्तविक जरूरतों को प्राथमिकता देने की सशक्त कोशिश भी साबित हुआ। सड़क, शिक्षा, पेयजल और आजीविका के मुद्दों पर लिये गए निर्णय, सरकारी योजनाओं के वितरण और अधिकारियों की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि सरकार सुदूरवर्ती गांवों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। यदि इस पहल की मॉनिटरिंग और अनुश्रवण नियमित हो, तो यह निश्चित रूप से कुचाई के ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।