फ्रेंचाइजी आधारित लीग में खिलाड़ियों का ऑक्शन बेस सिस्टम, भारतीय वॉलीबॉल टीम के हेड कोच जयदीप सरकार बने आकर्षण का केंद्र
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
मेघाहातुबुरु – मेघाहातुबुरु खेल मैदान में चल रहे तीसरे प्रो वॉलीबॉल लीग प्रतियोगिता ने खेलप्रेमियों के दिलों को जीत लिया है। आईपीएल की तर्ज पर फ्रेंचाइजी आधारित इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का चयन ऑक्शन बेस प्रणाली के तहत किया गया, जिससे प्रतिस्पर्धा और रोमांच कई गुना बढ़ गया। दूसरे दिन के मुकाबलों में कुल पाँच मैच खेले गए, जिसमें सारंडा एलिफेंट और एस ए टाइगर्स की टीमें सबसे ज्यादा प्रभावशाली रहीं और अगले दौर में जगह बनाने में सफल रहीं।
दूसरे दिन के मुकाबले: पांच मैचों में गूंजा जोश और जज़्बा
पहला मुकाबला: सिविल सुपर किंग्स ने माइनिंग टाइगर्स को दी शिकस्त
दिन की शुरुआत बेहद रोमांचक मुकाबले से हुई, जिसमें सिविल सुपर किंग्स ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए माइनिंग टाइगर्स को मात दी। मैच की शुरुआत से ही सिविल की टीम ने आक्रामक रणनीति अपनाई और माइनिंग टाइगर्स को बैकफुट पर धकेल दिया।
दूसरा मुकाबला: सारंडा एलिफेंट का दबदबा, नेट निंजास को किया चारों खाने चित्त
दूसरे मुकाबले में सारंडा एलिफेंट ने अपने अनुभव और रणनीति का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए नेट निंजास को हर मोर्चे पर पीछे छोड़ दिया। टीम के तेज और सटीक स्पाइक्स ने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
तीसरा मुकाबला: एस ए टाइगर्स ने दिखाई आक्रामकता, मेकैनिकल वारियर्स को हराया
तीसरे मैच में एस ए टाइगर्स ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और मेकैनिकल वारियर्स को कोई मौका नहीं दिया। टीम की सर्विस और डिफेंस दोनों ही मजबूत दिखाई दिए।
चौथा मुकाबला: सारंडा एलिफेंट की दूसरी जीत, सिविल सुपर किंग्स को पछाड़ा
दिन के चौथे मुकाबले में सारंडा एलिफेंट ने दोबारा मैदान में उतरते हुए सिविल सुपर किंग्स को सीधे सेटों में पराजित किया। इस जीत के साथ एलिफेंट ने अपने अगले दौर का टिकट लगभग पक्का कर लिया।
पाँचवां मुकाबला: एस ए टाइगर्स की लगातार दूसरी जीत, माइनिंग टाइगर्स फिर हारे
दिन का अंतिम मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा, जहाँ एस ए टाइगर्स ने लगातार दूसरी जीत दर्ज करते हुए माइनिंग टाइगर्स को शिकस्त दी। माइनिंग की टीम दिनभर संघर्ष करती नजर आई, लेकिन जीत से दूर रही।
कोच जयदीप सरकार की मौजूदगी से बढ़ा उत्साह
भारतीय वॉलीबॉल टीम के हेड कोच जयदीप सरकार की उपस्थिति रही खास आकर्षण
इस प्रतियोगिता की खास बात रही भारतीय वॉलीबॉल टीम के हेड कोच जयदीप सरकार की मौजूदगी, जिन्होंने बतौर मुख्य अतिथि प्रतियोगिता में शिरकत की। उनका आगमन खिलाड़ियों और आयोजकों दोनों के लिए प्रेरणादायक रहा। कोच ने विभिन्न टीमों के खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और तकनीकी सुझाव भी दिए।
उन्होंने कहा, “ऐसे आयोजन देश के कोने-कोने में प्रतिभा को सामने लाने का माध्यम बनते हैं। यहाँ के खिलाड़ियों में जो ऊर्जा और प्रतिबद्धता है, वह राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचने की क्षमता रखती है।”
आयोजन समिति और प्रबंधन का बेहतर समन्वय
सेल मेघाहातुबुरु प्रबंधन ने किया बेहतरीन आतिथ्य
कोच जयदीप सरकार ने सेल मेघाहातुबुरु प्रबंधन तथा प्रो वॉलीबॉल कमिटी के सभी सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि खिलाड़ियों और अतिथियों के स्वागत-सत्कार में कोई कमी नहीं रही। यह आयोजन क्षेत्र में खेलों के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रशासनिक व सामाजिक हस्तियों की रही विशेष उपस्थिति
प्रतियोगिता के आयोजन को सफल बनाने में कई प्रशासनिक और सामाजिक हस्तियों ने अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर जेजीओएम के महाप्रबंधक नवीन कुमार सोनकुशरे, योगेश प्रसाद राम, के बी थापा, कल्याण माझी, खेल सचिव जगदीश यादव, उप महाप्रबंधक संजय कुमार, जी के नायक, सरस साहू, डा. मनोज कुमार सहित आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य अफताब आलम, प्रफुल्ल मंडल, अशोक मंडल, मनोज सिंह, मीत करुवा, सुमित बारा सहित सैकड़ों खेलप्रेमी मौजूद रहे।
खेल भावना का संदेश, क्षेत्रीय प्रतिभाओं को मिला मंच
इस फ्रेंचाइजी आधारित लीग का उद्देश्य सिर्फ प्रतियोगिता नहीं, बल्कि क्षेत्रीय प्रतिभाओं को एक बड़ा मंच देना है। खिलाड़ियों को प्रोफेशनल माहौल में खेलने का मौका मिला, जिससे उनमें आत्मविश्वास का संचार हुआ। आयोजकों ने बताया कि इस प्रतियोगिता से निकली हुई प्रतिभाओं को भविष्य में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
फाइनल मुकाबलों की तैयारी जोरों पर
दूसरे दिन के सफल आयोजन के बाद अब दर्शकों की निगाहें अगले चरण और फाइनल मुकाबलों पर टिकी हैं। आयोजकों के अनुसार तीसरे दिन भी पांच मुकाबले खेले जाएंगे, जिसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल के लिए टीमें तय होंगी।
निष्कर्ष: खेल, प्रतिस्पर्धा और सौहार्द्र का अनूठा संगम
मेघाहातुबुरु का यह आयोजन न सिर्फ एक खेल प्रतियोगिता है, बल्कि यह क्षेत्रीय प्रतिभाओं को मंच, समाज को सौहार्द्र और युवाओं को प्रेरणा देने वाला एक अनूठा उदाहरण बन चुका है। वॉलीबॉल जैसे खेल को प्रोफेशनल और लोकप्रिय बनाने की दिशा में यह एक मजबूत कदम है।