IWMP योजना के तहत ग्रामीणों को मशीन संचालन का प्रशिक्षण भी दिया गया
सतत आजीविका और महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
रिपोर्ट: शैलेश सिंह।
दिनांक 12 जुलाई 2025 को पोड़ाहाट वन प्रमंडल के कुंदरुगुटू रेंज में एकीकृत जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (IWMP) के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन डीएफओ नीतीश कुमार के निर्देशानुसार किया गया था, जिसमें ग्रामीणों को साल व सियाली पत्ते से प्लेट और कटोरी बनाने की मशीनें वितरित की गईं।
मुख्य उद्देश्य:
- ग्रामीणों के लिए सतत आजीविका के साधन उपलब्ध कराना
- वन-आधारित समुदाय, विशेषकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
- प्लास्टिक के विकल्प के रूप में पर्यावरण अनुकूल उत्पादों को बढ़ावा देना
इन गांवों में बांटी गईं मशीनें
कुंदरुगुटू रेंज के अंतर्गत निम्नलिखित ग्रामों में ग्रामीणों के बीच मशीनों का वितरण किया गया:
- पांसुआ
- जाटे
- झुमपुरा
- भूतनासा
ग्रामीणों को मिला मशीन संचालन का प्रशिक्षण
मशीनें देने के साथ-साथ ग्रामीणों को उनके संचालन की व्यावहारिक जानकारी भी दी गई। प्रशिक्षण में खास ध्यान दिया गया:
- पत्तल व कटोरी निर्माण की तकनीक पर
- सामुदायिक सहभागिता और स्थानीय स्वामित्व को बढ़ावा देने पर
- गुणवत्तापूर्ण उत्पादन सुनिश्चित करने पर
डीएफओ का संदेश: “पर्यावरण संरक्षण के साथ आर्थिक स्वावलंबन”
पोड़ाहाट वन प्रमंडल के डीएफओ नीतीश कुमार ने कहा:
“हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार के वैकल्पिक साधन मिलें। पत्तल व कटोरी निर्माण जैसी गतिविधियां पर्यावरण के लिए भी लाभकारी हैं और प्लास्टिक के उपयोग को कम करती हैं।”
ग्रामीणों में दिखा उत्साह
कार्यक्रम में भाग लेने वाले ग्रामीणों ने बताया कि अब वे स्वयं अपने गांव में ही साल और सियाली पत्ते से प्लेट व कटोरी बनाकर बाजार में बेच सकेंगे। इससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और गांव में ही रोजगार सृजित होगा।