Search

पश्चिमी सिंहभूम के सुदूरवर्ती इलाकों में बनेगा नया स्वास्थ्य आधार: गोईलकेरा, सोनुआ, नोआमुंडी व जगन्नाथपुर में उपस्वास्थ्य केंद्रों के लिए भूमि हस्तांतरण

रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।

पश्चिमी सिंहभूम जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री चंदन कुमार के नेतृत्व में जगन्नाथपुर, नोआमुंडी, सोनुआ और गोईलकेरा अंचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निर्माण हेतु स्वास्थ्य विभाग को नि:शुल्क भूमि का हस्तांतरण किया गया है।

यह कदम झारखंड सरकार की अधिसूचना संख्या 5/स.भू.(दर निर्धारण)-186/2019-3842(5) रा., दिनांक 24 नवम्बर 2023 के कंडिका संख्या 4।।(x) के तहत लिया गया है, जिसमें संबंधित विभागों और संस्थानों को ज़िला उपायुक्त द्वारा अंतर्विभागीय नि:शुल्क भू-हस्तांतरण की शक्ति दी गई है।


चार क्षेत्रों में उपस्वास्थ्य केंद्रों के लिए मिली स्वीकृति भूमि

1. गोईलकेरा अंचल – पौसेता

  • मौजा: पौसेता
  • थाना संख्या: 70
  • खाता संख्या: 02
  • प्लॉट संख्या: 730/अंश
  • रकवा: 0.23 एकड़
  • जमीन किस्म: पुरानी परती, काबिल आबाद

2. सोनुआ अंचल – राजगाँव (टोला-निश्चिंतपुर)

  • मौजा: राजगाँव (टोला-निश्चिंतपुर)
  • थाना संख्या: 144
  • खाता संख्या: 133
  • प्लॉट संख्या: 239
  • रकवा: 0.23 एकड़
  • जमीन किस्म: पुरानी परती, काबिल आबाद

3. नोआमुंडी अंचल – बरायबुरु

  • मौजा: बरायबुरु
  • थाना संख्या: 21
  • खाता संख्या: 03
  • प्लॉट संख्या: 395
  • रकवा: 0.05 एकड़
  • जमीन किस्म: पुरानी परती, गैर काबिल आबाद

4. जगन्नाथपुर अंचल – भनगांव

  • मौजा: भनगांव
  • थाना संख्या: 495
  • खाता संख्या: 03
  • प्लॉट संख्या: 799/अंश
  • रकवा: 0.23 एकड़
  • जमीन किस्म: पुरानी परती

भूमि चयन में पारदर्शिता और स्थानीय सहमति

प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी प्रस्तावित भूखंड पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त, विवाद रहित एवं धार्मिक स्थल, कब्रिस्तान, श्मशान भूमि, वन भूमि, भू-हदबंदी आदि से मुक्त हैं। इन स्थलों पर आम सूचना तमिला की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है, और किसी भी प्रकार की आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है।


स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में मजबूत कदम

इस पहल से पश्चिमी सिंहभूम के आदिवासी और ग्रामीण बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य आधारभूत संरचना को बल मिलेगा। ग्रामीणों को अब अपने निकटवर्ती क्षेत्र में ही प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी, जिससे पलायन और शहरी क्षेत्रों पर बोझ भी कम होगा।

Related

उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने की शिक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा, दिए कई सख्त निर्देश सरायकेला, 08 जुलाई 2025 जिले की शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त

महामंत्री रविंद्र हिमते ने बताया — दो लेबर कोड का किया स्वागत, शेष दो में सुधार की मांग; राजनीतिक लाभ के लिए हो रही हड़ताल

46 छात्राओं ने सीखी आत्मरक्षा की तकनीक, आत्मविश्वास और अनुशासन पर दिया गया जोर खरसावां, संवाददाता । कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, खरसावां में एक

लाखों यात्रियों की एकमात्र एक्सप्रेस ट्रेन को रेलवे बना रहा ‘साजिश का शिकार’, लौह अयस्क से अरबों की कमाई, फिर भी जनता बेहाल रिपोर्ट: शैलेश

Recent News

Scroll to Top