Search

चाईबासा-सरायकेला सीमा पर नक्सली मोर्चेबंदी की साजिश नाकाम: 16 IED बरामद, संयुक्त सुरक्षा बल का सर्च ऑपरेशन जारी

 

माओवादी शीर्ष नेतृत्व का जमावड़ा, पुलिस-सीआरपीएफ की त्वरित कार्रवाई

रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।

प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सांगो अंगरिया, अभिनव, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमीला हांसदा, उर्फ अनुपल, जयकांत, राजू मुंडा समेत अन्य माओवादी दस्ते के सक्रिय सदस्य इन दिनों चाईबासा व सरायकेला-खरसावां जिले के सीमावर्ती जंगली इलाकों में बड़ी हिंसक कार्रवाई की योजना बना रहे थे। इस खुफिया सूचना के आधार पर चाईबासा पुलिस, सरायकेला पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम द्वारा मोर्चा संभालते हुए 7 जुलाई से व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

टोकलो थाना क्षेत्र में बड़े माओवादी जमावड़े की पुष्टि, जंगल में छिपाकर रखे गए IED बरामद

पश्चिमी सिंहभूम पुलिस अधीक्षक को 6 जुलाई को गुप्त सूचना मिली कि माओवादी संगठन द्वारा टोकलो थाना और सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल से सटे इलाके में गहमा-गहमी बढ़ा दी गई है। माओवादी दस्ते द्वारा जंगली पहाड़ी इलाकों को छावनी की शक्ल दी जा रही है। सुरक्षा बलों की आवाजाही को निशाना बनाने के लिए सुरंगनुमा गड्ढों में बारूदी सुरंग (IED) लगाए गए हैं। इस आशंका को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस, सरायकेला-खरसावां पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 60 बटालियन की संयुक्त टीम गठित कर इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया।

2 किलोमीटर क्षेत्र में बिछाई गई थी मौत की सुरंगें, बम निष्क्रिय दस्ते ने की बरामदगी

सुरक्षा बलों की ओर से 7 जुलाई को टोकलो थाना अंतर्गत पहाड़ी और जंगल क्षेत्र में चलाए गए सघन तलाशी अभियान में नक्सलियों द्वारा पूर्व से छिपाकर रखे गए 16 शक्तिशाली IED बरामद किए गए। इन विस्फोटकों को लगभग 2 किलोमीटर लंबे दायरे में छिपा कर रखा गया था। टीम ने बम निष्क्रिय दस्ते की मदद से सभी विस्फोटकों को सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया।

संयुक्त टीम ने बनाई रणनीति, हर एंगल पर नजर, गांव-गांव की भी तलाशी

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, माओवादियों की साजिश थी कि सुरक्षा बलों की टुकड़ी इन IED से प्रभावित हो और उसके बाद वे बड़ी हिंसक कार्रवाई को अंजाम दें। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से उनकी यह योजना विफल हो गई। अब संयुक्त सुरक्षा बल के जवान पूरे क्षेत्र में चप्पे-चप्पे की तलाशी ले रहे हैं। आसपास के गांवों में भी पूछताछ की जा रही है ताकि नक्सलियों के मूवमेंट और स्थानीय सहयोगियों के बारे में ठोस सुराग मिले।

इन इकाइयों ने संभाला मोर्चा: 4 सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त अभियान

  1. चाईबासा पुलिस
  2. सरायकेला-खरसावां पुलिस
  3. झारखंड जगुआर
  4. सीआरपीएफ 60 बटालियन

माओवादी गतिविधियों में फिर से तेजी, शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी से बढ़ा अलर्ट लेवल

सूत्रों की मानें तो भाकपा (माओवादी) का शीर्ष नेतृत्व लंबे समय बाद एक साथ चाईबासा और सरायकेला के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय हुआ है। इससे संकेत मिलता है कि वे किसी बड़ी वारदात की तैयारी में थे। मिसिर बेसरा और अनमोल जैसे हार्डकोर माओवादी की उपस्थिति को खुफिया एजेंसियां बेहद गंभीरता से ले रही हैं। संभावना जताई जा रही है कि ये नेता इलाके में माओवादी संगठन को फिर से मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

आम जनता से अपील: संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत दें

पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी थाना या सुरक्षा बल को दें। किसी भी प्रकार की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी और सतर्कता से कार्रवाई की जाएगी।

Related

लाखों यात्रियों की एकमात्र एक्सप्रेस ट्रेन को रेलवे बना रहा ‘साजिश का शिकार’, लौह अयस्क से अरबों की कमाई, फिर भी जनता बेहाल रिपोर्ट: शैलेश

सरकारी सहायता की बाट जोह रहा है सुरजमुनी चाम्पिया का परिवार, 12 दिन पहले गिरे मकान को भी नहीं मिली मदद रिपोर्ट : शैलेश सिंह

हादसे से किरीबुरु में शोक की लहर, अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब रिपोर्ट : शैलेश सिंह । रविवार की शाम करीब 7 बजे एक दर्दनाक

गुवा संवाददाता: झारखंड जनरल कामगार यूनियन के बैनर तले, 49 श्रम कानून के लागू होने के विरोध में देशव्यापी हड़ताल के समर्थन के सिलसिले में

Recent News

Scroll to Top