एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार और पीएचडीसीसीआई के सहयोग से होगा कार्यक्रम
सरायकेला, 26 मार्च 2025:
एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) एक राष्ट्रीय स्तर की बौद्धिक संपदा (Intellectual Property – IP) कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। यह कार्यशाला 26 मार्च 2025 को आदित्यपुर लघु उद्योग संघ, जमशेदपुर के सम्मेलन हॉल में दोपहर 2:30 बजे से शुरू होगी।
आईपी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की पहल
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य देश में एक मजबूत आईपी पारिस्थितिकी तंत्र (IP Ecosystem) का निर्माण करना है। इसके तहत झारखंड राज्य के एमएसएमई, स्टार्ट-अप्स और अन्य हितधारकों को अधिक आईपी आवेदन पंजीकृत करने तथा अपने नवाचारों और रचनात्मक विचारों की रक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
आईपीआर के प्रति जागरूकता और प्रशिक्षण
कार्यशाला में प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) की गहन समझ प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही आईपी अधिकारों के पंजीकरण की प्रक्रिया और एमएसएमई मंत्रालय से उपलब्ध प्रतिपूर्ति सुविधा की भी जानकारी दी जाएगी।
एससीआईपी कार्यक्रम पर विशेष फोकस
इस कार्यशाला में “आईपी के व्यावसायीकरण के लिए एमएसएमई समर्थन (SCIP) कार्यक्रम” पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसके अंतर्गत एमएसएमई को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे अपनी बौद्धिक संपदा परिसंपत्तियों का व्यवसाय विकास में प्रभावी उपयोग कर सकें।
विशेषज्ञों का मार्गदर्शन और हेल्पडेस्क की सुविधा
कार्यशाला में बौद्धिक संपदा के क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों और शिक्षाविदों द्वारा प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। साथ ही, हेल्पडेस्क के माध्यम से प्रतिभागी अपने आईपी से जुड़े प्रश्नों का समाधान भी प्राप्त कर सकेंगे।
उद्यमियों और छात्रों के लिए सुनहरा अवसर
इस कार्यशाला में एमएसएमई, भावी उद्यमी, इनोवेटर्स, स्टार्ट-अप्स, प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी, आईपी पेशेवर, कानूनी बिरादरी, शिक्षाविद और आईपी कानूनों में रुचि रखने वाले छात्र भाग ले सकते हैं। यह कार्यक्रम आईपी के क्षेत्र में ज्ञानवर्धन और नेटवर्किंग का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।