मिसिर बेसरा समेत शीर्ष माओवादी नेता क्षेत्र में सक्रिय, सुरक्षा बलों का संयुक्त सर्च ऑपरेशन जारी
रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
पश्चिमी सिंहभूम एवं खूंटी जिले के सीमावर्ती घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों में एक बार फिर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) की बड़ी साजिश को सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया है। चाईबासा व खूंटी पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान दल ने 9 जुलाई 2025 को सीमावर्ती क्षेत्र में चलाए जा रहे तलाशी अभियान के दौरान जंगलों में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए 18 शक्तिशाली आईईडी बम बरामद किए, जिनका कुल वजन लगभग 54 किलोग्राम था। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी आईईडी को मौके पर ही बम निरोधक दस्ते की मदद से निष्क्रिय कर दिया गया।
मिसिर बेसरा और अन्य टॉप नक्सली कोल्हान में सक्रिय
गोपनीय सूत्रों से मिली खुफिया सूचना के अनुसार भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा समेत अन्य नक्सली दस्ता सदस्यों के साथ क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से सक्रिय रूप से भ्रमणशील हैं।
इनकी योजना सुरक्षा बलों को निशाना बनाने, अभियान को बाधित करने और आम लोगों में भय फैलाने की थी। इसी क्रम में नक्सलियों ने पश्चिमी सिंहभूम और खूंटी जिलों की सीमा पर जंगलों में बारूद और विस्फोटक सामग्री छिपाकर रखी थी।
गुप्त सूचना के बाद चला संयुक्त ऑपरेशन
8 जुलाई को पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम को विश्वसनीय खुफिया जानकारी प्राप्त हुई कि नक्सलियों द्वारा गोला-बारूद और आईईडी छिपाकर रखे गए हैं। जानकारी मिलते ही चाईबासा पुलिस, खूँटी पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की टीमों ने 9 जुलाई को एक बड़े संयुक्त अभियान की शुरुआत की।
सर्च अभियान के दौरान, अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग के पास, संयुक्त बलों को जंगल में बिछाए गए 18 आईईडी बम मिले, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने सतर्कता के साथ मौके पर ही निष्क्रिय किया। इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया, बल्कि नक्सलियों की एक गहरी साजिश को भी समय रहते नाकाम कर दिया।
लगातार जारी है सर्च ऑपरेशन
सुरक्षा बलों ने अभियान के बाद इलाके की घेराबंदी और सघन तलाशी जारी रखी है। इस सर्च ऑपरेशन का उद्देश्य न केवल छुपे विस्फोटकों को बरामद करना है, बल्कि माओवादी दस्तों की गतिविधियों पर भी रोक लगाना है। संबंधित इलाकों में ड्रोन, डॉग स्क्वॉड और ट्रैकर टीमों की भी तैनाती की गई है।
अभियान में शामिल बल:
- चाईबासा पुलिस
- खूँटी पुलिस
- झारखंड जगुआर
- सीआरपीएफ
पुलिस का बयान
पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नक्सलियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और उनके मंसूबों को हर हाल में नाकाम किया जाएगा। इस तरह के संयुक्त ऑपरेशनों से यह संकेत जाता है कि माओवादियों के विरुद्ध राज्य और केंद्र सरकार की नीति “जीरो टॉलरेंस” पर आधारित है।