आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में छापेमारी, बाल कल्याण समिति के सहयोग से कार्रवाई संपन्न
सरायकेला, 13 जुलाई 2025 —
सरायकेला-खरसावां जिला में बाल मजदूरी के खिलाफ प्रशासन ने एक अहम कदम उठाते हुए आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में बड़ी कार्रवाई की। जिला प्रशासन द्वारा गठित बाल मजदूरी टास्क फोर्स ने रविवार को अभियान चलाकर चार बच्चों को बाल मजदूरी से रेस्क्यू किया।
आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में अचानक छापेमारी
टास्क फोर्स की टीम ने आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में विभिन्न फैक्ट्रियों और वर्कशॉप में छापेमारी की। इस दौरान वहां कार्यरत नाबालिग बच्चों की पहचान कर उन्हें रेस्क्यू किया गया।
टास्क फोर्स में शामिल अधिकारी सैयद आयाज़ हैदर, संतोष ठाकुर, मुकेश पांडेय, विश्वाजित कुमार और सुखरंजन ने सक्रियता दिखाते हुए पूरे अभियान का सफल संचालन किया।
बच्चों को बाल कल्याण समिति के माध्यम से परिजनों को सौंपा गया
रेस्क्यू किए गए चारों बच्चों को बाल कल्याण समिति, सरायकेला के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति द्वारा आवश्यक प्रक्रियाओं के उपरांत बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
बाल कल्याण समिति ने स्पष्ट किया कि बच्चों की शिक्षा और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए परिजनों से लिखित आश्वासन लिया गया है।
जिला प्रशासन ने दी चेतावनी
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बाल मजदूरी जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने आम लोगों से भी अपील की है कि यदि कहीं बाल मजदूरी की जानकारी मिले तो तुरंत सूचना दें।
बाल कल्याण समिति की अहम भूमिका
कार्रवाई के दौरान बाल कल्याण समिति सरायकेला ने पूरी प्रक्रिया में सहयोग किया। समिति के सदस्यों ने रेस्क्यू किए गए बच्चों की काउंसलिंग भी की और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
सैयद आयाज़ हैदर (टास्क फोर्स सदस्य) ने कहा:
“हमारी प्राथमिकता है कि कोई भी बच्चा मजदूरी में न लगे और हर बच्चे को शिक्षा और बेहतर भविष्य मिले। अभियान आगे भी जारी रहेगा।”