गुवा संवाददाता। गुवा के विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मां मंगला की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान पान तांती समाज, करुवा समाज और हरिजन समाज के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर पूजा का आयोजन किया। श्रद्धालुओं ने कारो नदी के तट पर विधिवत पूजा करने के बाद भव्य कलश यात्रा निकाली, जिसमें महिलाओं ने विशेष रूप से भाग लिया।
महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा
गुवा कल्याण नगर और भट्टीसाई में मां मंगला की पूजा के दौरान महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। कल्याण नगर में कारो नदी के तट से पूजा-अर्चना के बाद महिलाएं सिर पर कलश उठाकर नंगे पांव पूजा स्थल तक गईं। वहीं, भट्टीसाई में भी कारो नदी के किनारे पूजा कर महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली।
धार्मिक आस्था से जुड़ी परंपराएं निभाई गईं
कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने एक खास परंपरा का पालन किया। रास्ते में छोटे-छोटे बच्चे उल्टा लेट गए, जिन्हें कलश लेकर आ रही महिलाओं ने लांघकर आगे बढ़ाया। मान्यता है कि ऐसा करने से बीमारियों का नाश होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
बलि देकर मां मंगला से सुख-समृद्धि की कामना
पूजा समाप्ति के बाद श्रद्धालुओं ने मां मंगला को प्रसन्न करने के लिए बकरे और लाल मुर्गे की बलि चढ़ाई। इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया और परिवार व समाज की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।