सेल प्रबंधन पर लगाया उपेक्षा का आरोप, गुरुवार को होगा जोरदार प्रदर्शन
गुवा संवाददाता |
रेलवे मार्केट स्थित झारखंड मजदूर संघर्ष संघ यूनियन कार्यालय में बुधवार देर शाम ठेका मजदूरों और बेरोजगारों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संघ के महामंत्री अंतर्यामी महाकुड़ ने की, जबकि यह मंथन केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडे के दिशा-निर्देशन में संपन्न हुआ।
स्किल श्रेणी में नहीं हुआ कोई बदलाव, वर्षों से ठेकेदारों की मनमानी
बैठक में मजदूरों ने एक स्वर में आरोप लगाया कि वे वर्षों से अनस्किल्ड, स्किल्ड और सेमी-स्किल्ड श्रेणियों में अटके हुए हैं। योग्य होने के बावजूद न तो उनकी स्किल श्रेणी बदली जा रही है और न ही वेतन में कोई सुधार किया जा रहा है। इससे मजदूरों में गहरा आक्रोश है।
सेल क्वार्टरों की बदहाली, गंदगी से बीमारियों का खतरा
मजदूरों ने बताया कि सेल क्वार्टरों के सामने की नालियों और सेफ्टी टैंक की नियमित सफाई नहीं हो रही है, जिससे गंदा पानी घरों में घुस रहा है। इस गंदगी के कारण क्षेत्र में भयंकर बीमारी फैलने की आशंका जताई गई है, लेकिन सेल प्रबंधन आंख मूंदे बैठा है।
बेरोजगारी चरम पर, प्रबंधन ने तोड़ा रोजगार का वादा
गुवा क्षेत्र में बेरोजगारी गंभीर संकट बन चुकी है। मजदूरों ने कहा कि सेल प्रबंधन ने 500 स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं दी गई। यह वादा सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रह गया।
बायोमैट्रिक सिस्टम का विरोध, कर्मचारियों ने जताई नाराजगी
बैठक में यह मुद्दा भी उठा कि सेल प्रबंधन द्वारा बायोमैट्रिक सिस्टम लागू करने की कोशिश की जा रही है, जिसे अधिकांश मजदूर और कर्मचारी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह शोषण और निगरानी का औज़ार बन चुका है और इसका विरोध किया जाएगा।
गुरुवार को सिविल ऑफिस के समक्ष होगा जोरदार प्रदर्शन
इन सभी समस्याओं और मांगों को लेकर गुरुवार सुबह 10 बजे गुवा सेल के सिविल ऑफिस के समक्ष नारेबाजी और प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन के माध्यम से मजदूर प्रबंधन को चेतावनी देंगे कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
बैठक में बड़ी संख्या में जुटे मजदूर और बेरोजगार
बैठक में संघ के महामंत्री अंतर्यामी महाकुड़, सिकंदर पान, रोहित पांडे, पदमा केसरी, बंसती करुवा, लक्ष्मी साहू, प्रशांत चाम्पिया, उमेश नाग, संजय सांडिल, आरती होरो, कंचन पान, लक्ष्मी बड़ाइक, हिंदा पूर्ति, प्रीति तिग्गा, सीमा तिर्की, पार्वती देवी सहित काफी संख्या में ठेका मजदूर एवं बेरोजगार मौजूद थे।
👉 मजदूरों का कहना है कि अब ‘चुप बैठने का समय नहीं रहा’, यदि उनकी आवाज नहीं सुनी गई तो वे व्यापक आंदोलन के लिए तैयार हैं।
प्रदर्शन के बाद आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।