सात दिनों में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गहनों समेत नकदी बरामद, मास्टरमाइंड भी गिरफ्त में
गुवा, संवाददाता। बड़ाजामदा थाना क्षेत्र में एक शिक्षिका के आवास से लाखों रुपये मूल्य के गहनों की हुई सनसनीखेज चोरी मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। चोरी कांड में संलिप्त तीन मुख्य आरोपियों करण गोप (गुवा शक्तिनगर), मुकेश कुमार स्वर्णकार (राधा ज्वेलर्स, बड़ाजामदा) और सूरज कुमार दास (टंकीसाई, बड़ाजामदा) को गिरफ्तार कर मंगलवार को चाईबासा कोर्ट में चालान कर दिया गया। साथ ही चोरी के माल में शामिल नकदी और सोने-चांदी के जेवरातों की भी बरामदगी हुई है।
शिक्षिका के घर से हुई थी चोरी
11 जून को शिक्षिका संध्या रानी तांती ने बड़ाजामदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके सरकारी क्वार्टर (फॉरेस्ट मकान) में दरवाजा तोड़कर चोरों ने लाखों के गहने और नकदी उड़ा ली है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए थाना कांड संख्या 27/2025 के तहत अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की।
एसपी के निर्देश पर बना विशेष छापामार दल
चोरी की गंभीरता को देखते हुए पश्चिमी सिंहभूम की पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर किरीबुरु एसडीपीओ अजय केरकेट्टा के नेतृत्व में एक विशेष छापामार दल का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर बमबम कुमार, बड़ाजामदा ओपी प्रभारी विकास कुमार, एसआई लालू प्रसाद, एएसआई विनोद प्रसाद, एएसआई सुखदेव प्रसाद, हवलदार जलहा उरांव को शामिल किया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी और बरामदगी
गोपनीय सूचना और लगातार अनुसंधान के आधार पर पुलिस ने गुवा शक्तिनगर निवासी करण गोप, राधा ज्वेलर्स के मालिक मुकेश कुमार स्वर्णकार और सूरज कुमार दास को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उनके निशानदेही पर 22,500 रुपये नकद, सोने का मंगलसूत्र और चांदी की दो पायल बरामद की गई।
पहले ही पकड़े जा चुके हैं तीन नाबालिग
इससे पूर्व 13 जून को उड़ीसा के बड़बिल से तीन नाबालिगों को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन तीनों नाबालिगों को बाल सुधार गृह चाईबासा भेज दिया गया है। पूछताछ में इनकी संलिप्तता से यह खुलासा हुआ कि चोरी की ज्वेलरी को आगे बेचने का काम स्थानीय लोगों के जरिए हुआ।
खरीदार सन्नी प्रसाद भी चढ़ा पुलिस के हत्थे
नाबालिगों की निशानदेही पर गुवा निवासी सन्नी प्रसाद को चोरी की जेवरात खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसके घर की तलाशी में पुलिस ने 450 रुपये नकद, सोने की दो हेयर रिंग, एक सोने का मंगलसूत्र, एक सोने का लॉकेट, एक सोने की चेन, पांच चांदी की पायल, एक चांदी की सिंदूरदानी, एक चांदी की ब्रेसलेट, एक चांदी की चाबी रिंग, और एक चांदी की कमरदानी सेट जब्त की।
पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि
इस पूरे मामले में किरीबुरु एसडीपीओ अजय केरकेट्टा ने मंगलवार को बड़ाजामदा थाना परिसर में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि महज सात दिनों में पुलिस ने चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और गहनों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त थे।
ज्वेलर्स की संलिप्तता से चौंकी पुलिस
इस पूरे प्रकरण में स्थानीय आभूषण व्यवसायी (मुकेश कुमार स्वर्णकार) की संलिप्तता ने न केवल पुलिस को चौंका दिया, बल्कि क्षेत्र के अन्य सर्राफा व्यवसायियों की भूमिका को भी जांच के दायरे में ला दिया है। पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि क्या इस गिरोह ने और भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है।
आगे की कार्रवाई जारी
एसडीपीओ अजय केरकेट्टा ने बताया कि मामले की तफ्तीश अभी जारी है और पुलिस अन्य संदिग्धों पर भी नजर बनाए हुए है। चोरी में प्रयुक्त औजार, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जो भी इस गिरोह से जुड़ा है, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में राहत की सांस
इस खुलासे के बाद बड़ाजामदा व गुवा क्षेत्र के लोगों में राहत की भावना है। बीते कुछ समय से क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ी थीं, जिससे लोग भयभीत थे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थानीय जनता का भरोसा बढ़ा है।
निष्कर्ष
एक शिक्षिका के घर हुई चोरी की इस घटना ने जिस तरह स्थानीय नाबालिगों से लेकर पेशेवर ज्वेलर्स और संगठित गिरोह की परतें खोलीं, वह कानून व्यवस्था के लिए भी एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा थी। मगर पश्चिमी सिंहभूम पुलिस, विशेषकर किरीबुरु-बड़ाजामदा की टीम ने साहसिक, सक्रिय और संगठित कार्रवाई कर न केवल अपराधियों को दबोचा बल्कि क्षेत्र में न्याय की उम्मीद भी कायम रखी।