विवेक नगर मौसीबाड़ी में निभाई गई लोक आस्था की विशेष परंपरा, श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर लिया आनंद बाजार का प्रसाद
गुवा, संवाददाता।
विवेक नगर स्थित मौसीबाड़ी में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ को कटहल का विशेष भोग अर्पित किया गया। यह अनोखी परंपरा श्रद्धा और लोक विश्वास से जुड़ी है, जिसमें ग्रामीण अपने-अपने घरों के पेड़ों पर लगे पहले कटहल फल को प्रभु को समर्पित करते हैं।
कटहल की चोरी से जुड़ी है लोककथा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ को कटहल का फल अत्यंत प्रिय है। किंवदंती है कि जब उन्हें कटहल भोग में नहीं मिलता था, तो वे अपने परम भक्त रघु दास के साथ मिलकर कटहल के फल की चोरी किया करते थे। यह कथा इतनी प्रसिद्ध हो गई कि राजा इंद्रद्युम्न ने भगवान को समर्पित एक पूरा कटहल उद्यान ही अर्पण कर दिया था।
रथ पर सवार भगवान को चढ़ाया गया कटहल
रथ यात्रा के अवसर पर जब भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होते हैं, तो श्रद्धालु उन्हें कटहल का फल अर्पण करते हैं। इस परंपरा से प्रेरित होकर शुक्रवार को बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक अनेक श्रद्धालु कटहल लेकर भोग चढ़ाने पहुंचे। बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया।
पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं ने लिया आनंद बाजार का प्रसाद
कार्यक्रम के दौरान आनंद बाजार का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से खीर, खिचड़ी, दालमा सहित अन्य पारंपरिक व्यंजन प्रसाद रूप में ग्रहण किए। मौसीबाड़ी परिसर भक्ति और उल्लास से गूंज उठा।
लोक परंपरा का जीवंत उदाहरण
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि लोक परंपराओं की जीवंतता का भी उदाहरण बना। ग्रामीणों ने इस आयोजन को एक उत्सव के रूप में मनाया, जहां भक्ति, संस्कृति और परंपरा का समन्वय देखने को मिला।
भगवान जगन्नाथ के प्रति लोकमानस की अपार श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक बना यह कटहल भोग उत्सव, वर्षों पुरानी परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी साबित हो रहा है।