वन महोत्सव कार्यक्रम में जंगल और पर्यावरण संरक्षण पर जोर, वृक्षारोपण कर दी प्रेरणा
गुवा संवाददाता।
“पेड़-पौधे हैं तभी हम मनुष्य का जीवन है, पेड़-पौधे नहीं तो जीवन का अंत निश्चित है।” — यह बातें जगन्नाथपुर विधानसभा के विधायक सोनाराम सिंकु ने बुधवार को गुवा थाना क्षेत्र के नुईया उत्क्रमित मध्य विद्यालय में वन विभाग द्वारा आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहीं। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन, भोजन, दवा और पर्यावरण संतुलन देते हैं, लेकिन कुछ लोग थोड़े लाभ के लिए इन्हें नष्ट कर रहे हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए खतरनाक है।
जंगल बचाने का संकल्प
विधायक ने जंगलों में आग लगने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा—
“आग से न केवल बहुमूल्य पेड़-पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं, बल्कि दुर्लभ वन्य जीव भी विलुप्त होने के कगार पर पहुंच जाते हैं।”
उन्होंने सभी से मिलकर जंगलों में आग रोकने और हर खाली जगह पर पेड़ लगाने की अपील की।
ऑक्सीजन का महत्व और चेतावनी
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन ने कहा कि पेड़-पौधों से मिलने वाली ऑक्सीजन एक अमूल्य वरदान है, जो इस क्षेत्र में मुफ्त में उपलब्ध है। उन्होंने चेतावनी दी—
“दूसरे राज्यों में लोग ऑक्सीजन खरीदने को मजबूर हैं, इसलिए हरे पेड़ों को मत काटिए, केवल सूखे पेड़ों को ही हटाइए।”
जंगल बचाने के संदेश के साथ नाटक
जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी ने भी पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में बच्चों ने “जंगल बचाओ” विषय पर नाटक प्रस्तुत किया, जिसने सभी का ध्यान खींचा।
वृक्षारोपण और संसाधनों का वितरण
अंत में अतिथियों और ग्रामीणों ने वृक्षारोपण किया। वन विभाग ने ग्रामीणों और समितियों को जंगलों में आग रोकने और महुआ चुनने के लिए नेट, टॉर्च और अनाज रखने के लिए ड्रम वितरित किए।
मौके पर मौजूद प्रमुख लोग
कार्यक्रम का संचालन छोटेलाल मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन रेंजर परमानंद रजक ने किया। मौके पर विधायक सोनाराम सिंकु, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन, जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, पंचायत मुखिया पद्मिनी लागुरी, सारंडा वन प्रमंडल पदाधिकारी अविरूप सिन्हा, संलग्न आईएफएस पदाधिकारी अनुराधा मिश्रा, सेल गुवा महाप्रबंधक डॉ. टी.सी. आनंद, नुईया गांव मुंडा दुरसू चाम्पिया, सारंडा पीढ़ मानकी सुरेश चाम्पिया, समिति सदस्य भादों टोप्पो और बड़ी संख्या में ग्रामीण व वन विभाग अधिकारी मौजूद थे।