सेल द्वारा बनाए जा रहे घरों की गुणवत्ता पर उठाए सवाल, कहा – इंसानों के नहीं, बकरियों के रहने लायक हैं ये मकान
गुवा, संवाददाता ।
गुरुवार की सुबह भारी बारिश के बीच पश्चिमी सिंहभूम की पूर्व सांसद गीता कोड़ा गुवा पहुंचीं, जहां उन्होंने विस्थापन से प्रभावित लोगों की स्थिति का जायजा लिया और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि विस्थापितों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और जब तक सभी प्रभावितों का समुचित पुनर्वास नहीं होता, तब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
184 आवासों का किया निरीक्षण, घरों को बताया ‘अमानवीय’
पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने सबसे पहले गुवा में सेल (SAIL) द्वारा बनवाए जा रहे 184 आवासों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि घरों में केवल एक कमरा है, जो किसी भी परिवार के लिए रहने योग्य नहीं है। उन्होंने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा,
“सेल प्रबंधन ने यह घर लोगों के लिए नहीं, जैसे बकरियों के लिए बनवाए हों। इसमें पूरा परिवार कैसे रहेगा?”
सेल प्रबंधन के साथ की बैठक, रखीं दो मुख्य मांगें
निरीक्षण के बाद गीता कोड़ा ने गुवा जनरल ऑफिस में सेल प्रबंधन के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने दो अहम मुद्दों को प्रमुखता से उठाया:
- बारिश के मौसम में विस्थापितों को कोई नोटिस न भेजा जाए।
- एक बार फिर से सर्वे कर वास्तविक विस्थापितों को सूची में शामिल किया जाए।
बैठक में सेल प्रबंधन की ओर से पर्सनल विभाग के महाप्रबंधक एचआर हेड प्रवीण कुमार और महाप्रबंधक अर्णब डे मौजूद थे। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि पूर्व सांसद की बातों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और समाधान पर विचार किया जाएगा।
वर्तमान सांसद पर भी फूटा विस्थापितों का गुस्सा
विस्थापितों ने इस अवसर पर वर्तमान सांसद जोबा मांझी के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद वे कभी गुवा नहीं आईं। लोगों का आरोप था कि
“सांसद सिर्फ वोट मांगने आती हैं, लेकिन हमारे दुख-दर्द से उनका कोई लेना-देना नहीं।”
उन्होंने कहा कि गुवा के विस्थापन से जुड़ी समस्याएं लगातार अखबारों में प्रकाशित हो रही हैं, इसके बावजूद सांसद का दौरा न करना निराशाजनक और चिंताजनक है।
गीता कोड़ा ने दिया भरोसा, कहा – हर हाल में साथ खड़ी हूं
पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि
“मैं विस्थापितों की लड़ाई में आपके साथ हूं। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दूंगी। जब तक सभी को सम्मानजनक पुनर्वास नहीं मिलता, तब तक मैं इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाती रहूंगी।”
मौके पर कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय नेता रहे मौजूद
इस दौरान कार्यक्रम में नोवामुंडी भाग एक की जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, पूर्वी पंचायत की मुखिया चांदमनी लागुरी, पश्चिमी पंचायत की मुखिया पदमीनी लागुरी, जेएसपीएल जेंडर सीआरपी गीता देवी, ममता देवी, पंचायत समिति सदस्य भादों टोप्पो, पदमा केसरी, गोविंद पाठक, पियूष साव, उदय सिंह, विनय प्रसाद, दारा ठाकुर, उत्तम गोच्छाईत, रोहित सिंह, मालवा गुप्ता, चुन्नू सिंह, राजू ठाकुर, रोहन गुप्ता समेत बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।