भैया-बहनों ने किया मतदान, 5 मई को होगी मतगणना
सरायकेला, 3 मई 2025 (शनिवार):
सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज परिसर में आज बाल संसद का औपचारिक गठन किया गया। विद्यालय की चार प्रमुख इकाइयों — शिशु भारती, बाल भारती, किशोर भारती और कन्या भारती — के गठन की प्रक्रिया में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं (भैया-बहन) उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
मतदान से पहले दी गई जागरूकता
कार्यक्रम की शुरुआत में छात्रों को बाल संसद के गठन के महत्व, उसकी कार्यप्रणाली और मतदान प्रक्रिया की जानकारी दी गई। विद्यालय के आचार्यों ने बच्चों को लोकतांत्रिक मूल्यों और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
छात्रों ने किया मताधिकार का प्रयोग
जानकारी सत्र के बाद सभी भैया-बहनों ने अपने-अपने पसंदीदा प्रतिनिधियों के पक्ष में मतदान किया। बच्चों में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। मतदान शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ।
5 मई को होगी मतगणना
प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने जानकारी दी कि सोमवार, 5 मई 2025 को मतगणना की जाएगी और उसी दिन विजयी उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। मतगणना के बाद नए प्रतिनिधियों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
लोकतंत्र की शिक्षा का अनोखा प्रयास
विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने कहा कि बाल संसद का उद्देश्य छात्रों में नेतृत्व क्षमता, जिम्मेदारी का भाव और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समझ विकसित करना है। इस पहल से बच्चों में आत्मविश्वास और सामाजिक चेतना का भी विकास होता है।
सभी आचार्य और दीदीजी रहे उपस्थित
इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य और दीदीजी उपस्थित थे। उन्होंने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति संवेदनशील बनने की प्रेरणा दी।
छात्रों में दिखा विशेष उत्साह
पूरे आयोजन के दौरान छात्रों में विशेष उत्साह और अनुशासन देखा गया। बाल संसद के गठन को लेकर उनकी सक्रिय भागीदारी यह साबित करती है कि आने वाली पीढ़ी देश की लोकतांत्रिक परंपरा को मजबूती से आगे बढ़ाने में सक्षम है।