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शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार को लेकर सक्रिय हुआ जिला प्रशासन

उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने की शिक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा, दिए कई सख्त निर्देश

सरायकेला, 08 जुलाई 2025
जिले की शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। मंगलवार को समाहरणालय सभागार, सरायकेला में उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में शिक्षा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न अहम मुद्दों पर विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री कैलाश मिश्रा, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, कनीय अभियंता (शिक्षा) समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।


विद्यालयों की स्थिति से लेकर ड्रॉपआउट तक की गई गहन समीक्षा

उपायुक्त ने जिले के शैक्षणिक प्रदर्शन की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने विद्यालयों की भौतिक एवं शैक्षणिक स्थिति, छात्र नामांकन, उपस्थिति, आधार सीडिंग, आयरन-फोलिक एसिड वितरण, स्वास्थ्य जांच, पोषण वाटिका की उपलब्धता, बालविवाह व बालवृत्ति पर रोक, ड्रेस व छात्रवृत्ति वितरण, पुस्तक वितरण, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी बुनियादी सुविधाओं की मौजूदा स्थिति की पड़ताल की।


नामांकन बढ़ाने व ड्रॉपआउट रोकने पर जोर

उपायुक्त श्री सिंह ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकन दर को बढ़ाने, छात्रों की सतत उपस्थिति सुनिश्चित करने और ड्रॉपआउट की दर न्यूनतम करने के लिए विशेष पहल की जाए। उन्होंने आधार सीडिंग की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी निर्देश दिया।


शिक्षकों की उपस्थिति और पठन-पाठन पर सख्त निगरानी

पठन-पाठन की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उपायुक्त ने शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और विद्यालय परिसर में स्वच्छता बनाए रखने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि कक्षा में शिक्षण की गुणवत्ता और बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार लाना अनिवार्य है।


बीआरपी और सीआरपी को दिए गए विशेष निर्देश

उपायुक्त ने बीआरपी एवं सीआरपी को उनके टैग विद्यालयों में नियमित भ्रमण कर छात्रों की कैरियर काउंसलिंग सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को विद्यालयों का नियमित दौरा कर जमीनी स्थिति की निगरानी करने का निर्देश दिया गया।


औचक निरीक्षण के निर्देश, योजनाओं पर होगी नजर

जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिले के विभिन्न विद्यालयों एवं शिक्षा कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने को कहा गया है, ताकि विभागीय योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो सके और ज़मीनी स्तर पर स्पष्ट परिणाम दिखाई दें।


पुस्तकालयों को सशक्त बनाने की पहल

उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी विद्यालयों के पुस्तकालयों को विषयवार, भाषा विकास तथा प्रेरणादायक पुस्तकों से सुसज्जित किया जाए। इससे बच्चों में शैक्षणिक रुझान और ज्ञानार्जन की प्रवृत्ति विकसित होगी।


जवाबदेह व समावेशी शिक्षा प्रणाली के निर्माण पर जोर

बैठक के अंत में उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में एक समावेशी, गुणवत्तापूर्ण और जवाबदेह प्रणाली का निर्माण ही जिला प्रशासन का लक्ष्य है। उन्होंने सभी अधिकारियों से परस्पर समन्वय के साथ लक्षित कार्ययोजना के तहत सतत प्रयास करने की अपील की।


निष्कर्ष
सरायकेला-खरसावां जिले में शिक्षा व्यवस्था को सशक्त और प्रभावी बनाने की दिशा में प्रशासन की यह पहल निश्चित रूप से बदलाव की दिशा में एक मजबूत कदम है। उपायुक्त के स्पष्ट निर्देशों से साफ है कि अब शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही नहीं चलेगी और हर छात्र तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना प्राथमिक लक्ष्य होगा।

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