बिल भुगतान और काम से हटाने को लेकर भड़का विवाद, एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप, जीआरपी को सौंपी गई जांच
गुआ संवाददाता।
गुवा रेलवे स्टेशन स्थित निर्माणाधीन रेलवे आवास को लेकर ठेकेदार और सुपरवाइजर के बीच जबरदस्त विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया। इस घटना में दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्राथमिक जांच के बाद घटना की सूचना रेल पुलिस (जीआरपी) को दे दी गई है।
जानकारी के अनुसार, रेलवे द्वारा निर्माण कार्य का ठेका दिवाकर इंजीनियरिंग को मिला है। इस परियोजना को आगे पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर आरसी इंजीनियरिंग के राजेश जी ने लिया और उनके अधीन सुपरवाइजर अरुण कुमार काम देख रहे थे। अरुण कुमार ने ठेकेदार पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने करीब 20 दिनों तक कार्य कराया, जिसका मूल्य लगभग 20 लाख रुपये है। अरुण का दावा है कि सभी बिल सबमिट करने के बावजूद दिवाकर इंटरप्राइजेज ने भुगतान नहीं किया, जिससे मजदूरों को भुगतान नहीं हो पा रहा था।
अरुण कुमार ने आगे बताया कि मजदूरी भुगतान में देरी होते देख जब उन्होंने विरोध किया, तो दिवाकर इंटरप्राइजेज ने पुराने मजदूरों को हटा कर नई टीम लगा दी। इसके विरोध में मजदूरों ने काम को रोक दिया। काम रुकते ही दिवाकर इंटरप्राइजेज के लोग मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर अरुण कुमार के साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रतिकार में मजदूरों ने भी ठेकेदार के प्रतिनिधि ज्योति कुमार दिवाकर को पीट दिया। दोनों पक्षों की भिड़ंत में कई लोग घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही गुवा थाना प्रभारी नीतीश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
दूसरी ओर, ठेकेदार पक्ष ने अरुण कुमार पर पलटवार करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ज्योति कुमार दिवाकर ने कहा कि अरुण कुमार साइट पर सीमेंट बेचने का काम कर रहे थे और मजदूरों को बहकाकर काम बंद करा दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब वह साइट पर स्थिति जानने पहुंचे, तो अरुण और उनके सहयोगियों ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें बंदूक दिखाकर धमकाया।
गुवा थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतें प्राप्त हो गई हैं। चूंकि मामला रेलवे से जुड़ा है, इसलिए इसकी विधिवत जानकारी डांगवापोसी स्थित जीआरपी को दे दी गई है। जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। फिलहाल दोनों पक्ष के प्रमुख घायल अस्पताल में भर्ती हैं और स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
नोट: मामला रेलवे निर्माण कार्य से जुड़ा होने के कारण अब जीआरपी द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में इस घटना को लेकर चर्चा गर्म है और स्थानीय मजदूर संगठनों की भी इस पर नजर बनी हुई है।