रिपोर्ट: शैलेश सिंह
दिनांक 07 फरवरी 2025 को 26वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा पश्चिमी सिंहभूम (झारखंड) के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र किरीबुरु में सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कमांडेंट श्री राजीव रंजन के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व डी/26वीं वाहिनी के कंपनी कमांडर श्री सुबीर कुमार मंडल (सहायक कमांडेंट) ने किया। इस पहल का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जनसहयोग को बढ़ावा देना और जरूरतमंदों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना था।
जरूरतमंदों को दी गई सहायता सामग्री
इस कार्यक्रम में सुदूरवर्ती सारंडा क्षेत्र के गाँव बक्कल हाटिंग, मंगलाहाट, चर्च हाटिंग, मेघाहातुबुरु और मुर्गापाड़ा के स्थानीय एवं जरूरतमंद लोगों को कई आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं, जिनमें शामिल हैं:
बुनियादी जरूरतें: जल संरक्षण के लिए वॉटर स्टोरेज टैंक, रात में रोशनी की सुविधा हेतु सोलर लाइट और ठंड से बचाव के लिए कंबल।
खेल सामग्री: गाँव के युवाओं को खेलकूद में प्रोत्साहित करने के लिए वॉलीबॉल, वॉलीबॉल नेट, फुटबॉल और फुटबॉल नेट प्रदान किए गए।
शैक्षणिक सामग्री: स्कूली बच्चों को स्कूल बैग, नोटबुक, ज्योमेट्री बॉक्स, लकड़ी की पेंसिल, रबर और नीला बॉल पेन वितरित किए गए।
ग्रामीणों की भागीदारी और सहयोग
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
श्री अरविंद कुमार रजक (सहायक कमांडेंट, 26वीं वाहिनी)
एसडीपीओ, किरीबुरु, श्री अजय करकेट्टा
पुलिस निरीक्षक- श्री बम बम कुमार
पुलिस उप-निरीक्षक, श्री दिलीप माझी, श्री बी बी सिंह,श्री शैलेन्द्र कुमार
किरीबुरु पश्चिम पंचायत की मुखिया पार्वती किडो़
डी/26 बटालियन सीआरपीएफ के जवान
किरीबुरु स्थित विद्यालय के शिक्षकगण
इसके अलावा, गाँवों के मुण्डा (ग्राम प्रधान) और लगभग 250 ग्रामीणों ने इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई।
सीआरपीएफ 26 वीं बटालियन ने उपस्थित ग्रामीणों को कराया भोजन।
सिविक एक्शन प्रोग्राम में पहुंचे जरुरतमंद ग्रामीणों को सीआरपीएफ पदाधिकारियों व जवानों ने अपने हाथों से खिचड़ी परोस तथा उन्हें बैठाकर पूरे सम्मान के साथ भोजन कराया। उसके बाद ग्रामीण वापस अपने-अपने घरों को लौंटें।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और कार्यक्रम की सराहना
सिविक एक्शन प्रोग्राम को ग्रामीणों ने अत्यधिक सराहा। गाँवों के मुण्डा, विद्यालय के शिक्षकों और ग्रामीणों ने 26वीं वाहिनी सीआरपीएफ का आभार व्यक्त किया और इस पहल को एक सकारात्मक कदम बताया।
ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मददगार हैं, बल्कि समाज में पुलिस और जनता के बीच विश्वास को भी मजबूत करते हैं। उन्होंने इस तरह की पहलों को जारी रखने का अनुरोध किया ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और शांति बनी रहे।
निष्कर्ष
26वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा आयोजित सिविक एक्शन प्रोग्राम न केवल जरूरतमंदों की सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण पहल थी, बल्कि इससे सुरक्षा बलों और स्थानीय समुदाय के बीच संबंध भी मजबूत हुए। कार्यक्रम की सफलता ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी और समर्थन से संभव हो सकी। इस तरह की पहल आगे भी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक साबित होगी।