जेएसपीएल और महिला समूहों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि, आतंकवादियों को फांसी की मांग
गुवा (संवाददाता)।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में हुए कायराना आतंकी हमले के विरोध में झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम स्थित गुवा में गुरुवार देर शाम महिलाओं ने कैंडल मार्च निकालकर मारे गए निर्दोष नागरिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन में जेएसपीएल की महिला कर्मचारी, जेएसएलपीएस से जुड़ी महिलाएं और विभिन्न महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी रही।
कैंडल मार्च लोहार बस्ती से शुरू होकर टोपा पीढ़ी होते हुए रेलवे स्टेशन कॉलोनी तक निकाला गया। इस दौरान दर्जनों महिलाओं ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर नारेबाजी की और शांति की अपील के साथ-साथ आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।
“दोषियों को मिले फांसी की सजा” – गीता देवी
जेएसएलपीएस की जेंडर सीआरपी गीता देवी ने कहा कि निर्दोष लोगों पर किया गया यह हमला अत्यंत निंदनीय है और इसका जवाब कानून के जरिए दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “ऐसे कायराना कृत्य करने वाले आतंकियों को तत्काल फांसी दी जानी चाहिए। यह सिर्फ शोक का विषय नहीं, बल्कि पूरे देश के आत्मसम्मान पर चोट है।”
महिलाओं की बुलंद आवाज: आतंकवाद का पुरजोर विरोध
कैंडल मार्च में भाग लेने वाली महिलाओं ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और देश की एकता-अखंडता की रक्षा का संकल्प दोहराया। इस दौरान मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया और शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई।
शामिल रहीं ये महिलाएं
मार्च में प्रमुख रूप से गीता देवी, ममता देवी, अनुराधा राव, महादेवा वर्मा, मंजू प्रधान, विमला नाग, सरिता देवी, हसीना खातून, पिंकी रजक, बसंती मलवा, आरती केसरी, अनिता कुमारी पान, रेनू नायक सहित कई अन्य महिलाएं शामिल रहीं। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने होंगे।
गुवा की गलियों में गूंजा ‘भारत माता की जय’
मार्च के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘शहीदों अमर रहें’ जैसे नारों से गुवा की गलियां गूंज उठीं। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि देश की जनता आतंक के खिलाफ एकजुट है और निर्दोषों की बलि चढ़ाने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।