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पश्चिमी सिंहभूम के जंगलों में बड़ी कामयाबी: सुरक्षाबलों ने बरामद किए नक्सलियों द्वारा बिछाए गए 30 आईईडी विस्फोटक

टोकलो और दलभंगा सीमा पर संयुक्त अभियान में बरामदगी, बम निरोधक दस्ते ने मौके पर किया निष्क्रिय

रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
पश्चिमी सिंहभूम जिले में सक्रिय प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के खिलाफ चाईबासा एवं सरायकेला-खरसवां पुलिस और अर्धसैनिक बलों को बड़ी सफलता मिली है। टोकलो थाना और दलभंगा ओपी के सीमावर्ती जंगली व पहाड़ी क्षेत्र में संयुक्त अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों द्वारा पूर्व से लगाए गए 30 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए, जिन्हें बम निरोधक दस्ते की सहायता से मौके पर ही सुरक्षित रूप से निष्क्रिय किया गया।

गुप्त सूचना पर शुरू हुआ ऑपरेशन

पुलिस अधीक्षक चाईबासा को 4 जुलाई 2025 को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि माओवादी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को भारी नुकसान पहुंचाने के इरादे से टोकलो थाना और दलभंगा ओपी की सीमा में स्थित घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों में बड़ी मात्रा में विस्फोटक छुपा रखे हैं। इस सूचना के आधार पर चाईबासा एवं सरायकेला-खरसवां पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ और एसएसबी की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया।

30 आईईडी बमों की बरामदगी और विनिष्टीकरण

संयुक्त टीम को तलाशी के दौरान घने जंगलों में माओवादियों द्वारा बिछाए गए करीब 30 आईईडी बम बरामद हुए, जिनका वजन लगभग 2-2 किलोग्राम था। ये सभी विस्फोटक सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के उद्देश्य से छिपाए गए थे। बम निरोधक दस्ते की तत्परता से सभी आईईडी को उसी स्थान पर नियंत्रित तरीके से निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

शीर्ष नक्सली नेतृत्व कर रहा भ्रमण

गौरतलब है कि भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नक्सली नेता— मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा और अन्य दस्ता सदस्य लगातार सारंडा व कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के इरादे से सक्रिय हैं। उनकी उपस्थिति की पुख्ता सूचना के बाद पूरे इलाके में अभियान तेज कर दिया गया है।

संयुक्त अभियान दल का गठन

नक्सल विरोधी इस ऑपरेशन में शामिल बलों में चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ और एसएसबी की टीमें सम्मिलित हैं। इस सघन अभियान का मुख्य उद्देश्य माओवादी नेटवर्क को ध्वस्त करना, उनके गुप्त ठिकानों का पता लगाना और जंगलों में छिपे विस्फोटकों व हथियारों को जब्त कर नागरिकों व सुरक्षाबलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

जारी रहेगा तलाशी अभियान

पुलिस अधीक्षक चाईबासा ने बताया कि अभियान जारी रहेगा और क्षेत्र में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आने वाले दिनों में और भी सघन तलाशी अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि अगर किसी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की जानकारी मिले, तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।

सुरक्षा बलों की सतर्कता से बचा बड़ा हादसा

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि नक्सली अब भी सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता और कुशल रणनीति से एक बड़ा हादसा टल गया। इस बरामदगी ने यह भी साबित किया है कि माओवादियों की जड़ें अब कमजोर पड़ रही हैं और उन्हें हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है।

संक्षिप्त विवरण:

  • बरामद आईईडी की संख्या: 30
  • प्रत्येक का वजन: लगभग 2 किलोग्राम
  • कार्रवाई की तारीख: 04 जुलाई 2025
  • कार्रवाई स्थल: टोकलो थाना एवं दलभंगा ओपी के सीमावर्ती जंगल
  • संबंधित बल: चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, एसएसबी
  • बम निष्क्रियकरण: मौके पर बम निरोधक दस्ते द्वारा सफलतापूर्वक निष्पादन

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