KIRIBURU (SHAILESH SINGH): नक्सल प्रभावित सारंडा जंगल के छोटानागरा थाना क्षेत्र अन्तर्गत सोनापी और हतनाबुरु गांव के बीच भाकपा माओवादी नक्सलियों ने एक मोटा पेड़ काटकर मुख्य सड़क पर गिराकर रास्ता को अवरुध कर दिया है. गिरे पेड़ पर चुनाव बहिष्कार, सावधान, गांव गांव में क्रांतिकारी जन कमिटी का गठन करने संबंधित बडा़ बैनर लगा दिया है. सूत्रों ने बताया की उक्त कटे पेड़ के नीचे मुख्य सड़क में गड्ढा खोद केन बम भी लगा दिया है. स्टील का केन का हिस्सा भी पत्तों के बीच दिखायी दे रहा है. हालांकि यह वास्तव में आइईडी हीं लगा है या डराने के लिये सिर्फ गड्ढा खोद स्टील का केन रख दिया गया है, उसकी पुष्टि पुलिस टीम हीं कर पायेगी. लेकिन घटनास्थल पर नक्सलियों ने एक पोस्टर में बम लगा होने तथा इससे पार नहीं होने की भी बात लिखी है.
वोट बहिष्कार के बावजूद गीरे पेड़ के बगल से मतदाता पैदल वोट डालने जा रहे हैं
13 नवम्बर को सारंडा समेत विभिन्न क्षेत्रों में मतदान प्रारम्भ हो गया है. उक्त घटनाओं के बावजूद ग्रामीण मतदाता नक्सलियों द्वारा गिराये गये पेड़ के बगल से पैदल अपना मताधिकार का प्रयोग करने बूथों पर जा रहे हैं. सारंडा के मारंगपोंगा, उसरुईया, कुदलीबाद, कोलायबुरु, होलोंगउली, हतनाबुरु, कुमडीह आदी गांवों के ग्रामीण इसी मार्ग से छोटानागरा व सोनापी गांव स्थित बूथों पर वोट डालने आते हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने इसी स्थान पर पेड़ काट गिराकर रास्ता अवरुद्ध किया था. इसके बावजूद भारी संख्या में मतदाता वोट डालने बूथों पर गये थे. दूसरी तरफ प्राप्त जानकारी अनुसार छोटानागरा व अन्य क्षेत्रों से पुलिस टीम घटनास्थल की तरफ रवाना हो गई है ताकि पेडो़ को हटा आवागमन बहाल किया जा सके.
सारंडा के कुछ और मार्ग पेड़ काट अवरुद्ध करने की चर्चा है।
दूसरी तरफ सारंडा के छोटानागरा-सैडल मार्ग पर तितलीघाट से आगे एवं झाड़बेडा़ गांव के समीप भी सड़क में झाडि़यां, कुछ संदिग्ध समान तथा पोस्टर आदि रख आवागमन को प्रभावित करने का कार्य किया था. लेकिन यहां पुलिस पहुंच रास्ता को क्लियर कराया ताकि वोटर अपनी बूथों पर जा सकें. सारंडा में अब तक शांतिपूर्ण मतदान जारी है. कहीं से भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है.