‘#YesToLife…..NoToDrug’ मुहिम के तहत विद्यार्थियों ने ली तंबाकू से दूर रहने की शपथ
रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा #YesToLife…..NoToDrug अभियान के तहत नशा मुक्ति की दिशा में एक और सशक्त पहल की गई। सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो कुमार माझी के निर्देशानुसार एकलव्य मॉडल आवासीय +2 विद्यालय, तोरसिंदरी (खूंटपानी) में उन्मुखीकरण सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तंबाकू सेवन के घातक प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें इस आदत से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था।
तंबाकू – एक धीमा ज़हर, जो जिंदगी छीन लेता है
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता श्री अनूप बागे ने कहा कि तंबाकू सेवन की शुरुआत अक्सर शौक में होती है, लेकिन यह धीरे-धीरे लत और फिर मौत का कारण बन जाती है। उन्होंने छात्रों को तंबाकू के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में जानकारी दी, जिनमें शामिल हैं:
- बालों का झड़ना
- मोतियाबिंद
- दांतों में सड़न
- फेफड़े का कैंसर
- दिल की बीमारी
- पेट का अल्सर
- बदरंग अंगुलियां
- गैंग्रीन
- अस्थमा एवं श्वसन संबंधी रोग
श्री बागे ने यह भी बताया कि तंबाकू न केवल स्वास्थ्य पर, बल्कि आर्थिक और सामाजिक स्तर पर भी विनाशकारी प्रभाव डालता है।
भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश
श्री बागे ने बताया कि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश है, जिसके कारण देश की एक बड़ी आबादी इसके दुष्परिणाम झेल रही है। उन्होंने तंबाकू को धीमा जहर करार देते हुए कहा कि यह हमारे समाज में मृत्यु का मौन कारण बनता जा रहा है।
कोटपा अधिनियम 2003 और निवारण केंद्र की जानकारी
छात्रों को कोटपा अधिनियम 2003 (COTPA – Cigarettes and Other Tobacco Products Act) की विस्तृत जानकारी दी गई। श्री बागे ने कहा कि इस अधिनियम के सख्त अनुपालन से तंबाकू सेवन पर नियंत्रण संभव है। साथ ही, उन्होंने मानसिक दृढ़ता और इच्छाशक्ति को तंबाकू छोड़ने का सबसे प्रभावी उपाय बताया।
उन्होंने सदर अस्पताल चाईबासा में संचालित तंबाकू निवारण केंद्र (TCC) की भी जानकारी दी और बताया कि जो लोग तंबाकू छोड़ना चाहते हैं, वे यहां नि:शुल्क उपचार प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर 1800-11-2356 पर संपर्क कर भी मदद ली जा सकती है।
छात्रों ने ली तंबाकू से दूर रहने की शपथ
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने तंबाकू का सेवन न करने की शपथ ली। कार्यक्रम में प्राचार्या श्रीमती गीतांजलि पान, शिक्षकगण, गैर-शिक्षण कर्मचारी एवं सहायक देवेंद्र कुमार उपस्थित थे। सभी ने बच्चों को नशा मुक्त जीवन की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।