उपायुक्त चंदन कुमार ने हेलमेट जागरूकता, वाहन जप्ती व ट्रॉमा सेंटर विकसित करने के दिए निर्देश
रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।
पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री चंदन कुमार ने की। बैठक में जिले के तीनों अनुमंडलों के अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति पर विस्तृत प्रजेंटेशन
बैठक के प्रारंभ में जिला परिवहन पदाधिकारी ने एक पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पिछले वर्षों के दुर्घटना व मृत्यु संबंधित आंकड़ों की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने 2024-25 के तुलनात्मक आंकड़े, सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, नियम तोड़ने वालों पर की जा रही दंडात्मक कार्रवाई, और सड़क निर्माण विभाग के सुरक्षा प्रयासों को भी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
हेलमेट अनिवार्यता व जागरूकता पर विशेष बल
बैठक में उपायुक्त श्री चंदन कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिया कि बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ लघु अवधि के लिए वाहन जप्त कर चिह्नित केंद्रों पर काउंसलिंग कराई जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ऐसे चालकों को सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन से होने वाले दुष्परिणामों पर आधारित वीडियो/ऑडियो दिखा कर शिक्षित किया जाए।
हाट-बाजारों और ग्रामीण सड़कों पर विशेष ट्रैफिक निगरानी
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों के दिन, हाट स्थल व आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर विशेष कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, जिले की सभी मुख्य और उप सड़कों पर तेज गति से चलने वाले वाहनों के विरुद्ध दंडात्मक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए।
अतिक्रमण हटाने व आवारा पशुओं के समाधान पर निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि सड़कों पर अवैध कब्जा या वस्तुओं की स्थापना करने वाले व्यक्तियों या विभागों पर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही नगर परिषद और प्रखंड स्तर पर आवारा पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने हेतु स्थानीय कांजी हाउस की स्थापना का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया गया।
टेबो थाना के समीप ट्रॉमा सेंटर बनाने का निर्णय
बैठक के दौरान बंदगांव के घाटी क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, टेबो थाना के पास स्थित स्वास्थ्य केंद्र को ट्रॉमा सेंटर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया, जिससे दुर्घटना पीड़ितों को त्वरित चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराई जा सके।