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सारंडा की लाइफलाइन खतरे में: किरीबुरु-मनोहरपुर मुख्य मार्ग पर पुल जर्जर

 

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, वैकल्पिक मार्ग भी अनुपयोगी

रिपोर्ट: शैलेश सिंह
झारखंड-ओडिशा को जोड़ने वाले किरीबुरु-मनोहरपुर मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित छोटानागरा चौक के पास बना पुल जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। यह मार्ग न केवल दोनों राज्यों को जोड़ता है, बल्कि खनिज, वन संपदा और आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रतिदिन हजारों छोटे-बड़े वाहन इस पुल से गुजरते हैं, लेकिन अब इसकी हालत इतनी खराब हो गई है कि यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है, जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।

पुल में दरारें, गड्ढे और कंपन से खतरा बढ़ा

इस पुल की सतह पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। दोनों ओर के गार्डवॉल भी टूटकर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि भारी वाहनों के गुजरने पर पुल में कंपन महसूस होती है, जिससे इसके अचानक ढहने का खतरा बना हुआ है।

सड़क बंद हुई तो ठप हो जाएगा परिवहन

अगर यह पुल टूट जाता है, तो इस मार्ग से आवागमन पूरी तरह बंद हो जाएगा। इसके अलावा, इस क्षेत्र में दूसरा कोई मुख्य वैकल्पिक मार्ग भी नहीं है। गुवा और रोवाम होते हुए जाने वाला मार्ग एक ग्रामीण सड़क है, जिस पर भारी वाहनों का परिचालन वर्जित है। ऐसे में इस पुल का ध्वस्त होना स्थानीय लोगों और व्यापारियों के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है।

स्थानीय लोगों ने सरकार से की नई पुल निर्माण की मांग

जोजोगुटु गांव के मुंडा कानुराम देवगम ने सरकार, एनएच अथॉरिटी और पथ निर्माण विभाग से इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की है। उन्होंने मांग की है कि इस पुल के बगल में जल्द से जल्द एक नए पुल का निर्माण कराया जाए, ताकि इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग पर आवागमन सुरक्षित रह सके।

स्थानीय लोग और वाहन चालक प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि किसी भी बड़े हादसे से पहले इस पुल की मरम्मत या नए पुल का निर्माण किया जा सके। यदि समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह पुल कभी भी धाराशायी होकर एक बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकता है।

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