रिपोर्ट: शैलेश सिंह
कड़िया मुंडा झारखंड के दिग्गज और वरिष्ठ राजनेता हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख चेहरों में से एक रहे हैं। उन्होंने झारखंड की खूंटी लोकसभा सीट से आठ बार सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व किया है और खिजरी विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक भी रहे हैं।
प्रमुख उपलब्धियां:
लोकसभा सदस्यता: कड़िया मुंडा ने खूंटी लोकसभा सीट से कुल 12 बार चुनाव लड़ा, जिसमें आठ बार जीत दर्ज की। यह सीट 1967 में अस्तित्व में आई थी, और उन्होंने 1971 में पहली बार चुनाव लड़ा।
केंद्रीय मंत्री: वे केंद्र सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं।
पद्मभूषण सम्मान: भारतीय राजनीति और समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार ने पद्मभूषण से सम्मानित किया।
लोकसभा के उपाध्यक्ष: उन्होंने लोकसभा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया, जो उनके राजनीतिक कद और अनुभव को दर्शाता है।
राजनीतिक अनुभव: 1977 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और संसद पहुंचे। इसके बाद उन्होंने 2014 तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया।
वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति:
88 वर्षीय कड़िया मुंडा की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। झारखंड के कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों जिसमें केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुबर दास, पूर्व मुख्यमंत्री सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, चंपई सोरेन आदि ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। अस्पताल के डॉक्टरों और परिवार के अनुसार, उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
झारखंड और राष्ट्रीय राजनीति में योगदान:
कड़िया मुंडा का नाम झारखंड की राजनीति में आदिवासी समुदाय के लिए एक मजबूत आवाज के रूप में लिया जाता है। उनकी सादगी और जनता के प्रति समर्पण ने उन्हें जनता के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बनाया। उनके नेतृत्व ने न केवल झारखंड बल्कि देशभर में भाजपा को मजबूती दी।
उनकी दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जा रही है।