अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण पर शत-प्रतिशत अंकुश लगाने का निर्देश, हाटगम्हरिया-बलंडिया चेकपोस्ट पर विशेष निगरानी के आदेश
रिपोर्ट: शैलेश सिंह।
पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में आज जिलास्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री चंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्री राकेश रंजन ने संयुक्त रूप से की। बैठक में अपर उपायुक्त श्री प्रवीण केरकेट्टा, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में जिला अंतर्गत खनिज एवं लघु खनिज के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के विरुद्ध चलाए गए अभियानों की समीक्षा की गई। इस क्रम में अंचल, थाना एवं अनुमंडल स्तर पर अब तक की गई कार्रवाई का बिंदुवार प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
उपायुक्त ने दिए स्पष्ट निर्देश: अवैध खनन पर लगे पूर्ण अंकुश
बैठक में उपायुक्त श्री चंदन कुमार ने कहा कि अवैध खनन से राजस्व को भारी नुकसान होता है, जिसे हर हाल में रोका जाना जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि हाटगम्हरिया और बलंडिया चेकपोस्ट पर नियमित जांच दल की प्रतिनियुक्ति कर वाहनों की सघन जांच सुनिश्चित की जाए।
साथ ही सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में औचक जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। जिला खनन पदाधिकारी को जब्त बालू का नियमानुसार शीघ्र नीलामी सुनिश्चित करने का आदेश भी उपायुक्त ने दिया।
पुलिस अधीक्षक ने घाट क्षेत्रों में छापेमारी के लिए कहा
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री राकेश रंजन ने खनिज/लघु खनिज के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने हेतु अंचल-थाना स्तर से नियमित छापामारी अभियान चलाने का निर्देश दिया। विशेष रूप से गोईलकेरा, सेरेंगदा, जैंतगढ़, घनापाली और मंझगांव क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
एसपी ने कहा कि जिला अंतर्गत बंद पड़े खदानों में लौह अयस्क भंडारण का नियमित अंतराल पर भौतिक सत्यापन किया जाए, ताकि ऐसे खदानों में अवैध उत्खनन अथवा भंडारित स्टॉक से चोरी की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
जिले में प्रभावी कार्रवाई का संकल्प
बैठक में उपस्थित वरीय पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया कि अवैध खनन, परिवहन और भंडारण से जुड़े मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। आवश्यकतानुसार जांच दल, छापामारी दल एवं चेकपोस्ट पर तैनात कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, ताकि जिला खनन राजस्व की सुरक्षा हो सके।
बैठक में जिला खनन पदाधिकारी द्वारा अब तक की कार्रवाई का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया, जिसमें चालान काटे जाने, वाहनों की जब्ती, जुर्माना वसूली आदि का उल्लेख किया गया।
उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक दोनों ने स्पष्ट किया कि लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।