चाईबासा पुलिस, कोबरा और झारखंड जगुआर का संयुक्त ऑपरेशन जारी
रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा व कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के खिलाफ चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने छोटानागरा थाना क्षेत्र के जंगली पहाड़ी इलाके से 2 शक्तिशाली IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और 5 नक्सली बंकर का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में विस्फोटक व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की है।
यह अभियान पुलिस अधीक्षक पश्चिमी सिंहभूम को 7 जुलाई 2025 को मिली गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया था। सूचना के मुताबिक, भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता — मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा सहित कई बड़े नक्सली दस्ते के साथ क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के इरादे से सक्रिय थे।
IED और बंकरों का विनाश, विस्फोटक सामग्री बरामद
दिनांक 8 जुलाई से शुरू हुए संयुक्त तलाशी अभियान के तहत, दिनांक 11 जुलाई 2025 को छोटानागरा थाना अंतर्गत घने जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में सर्च के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों द्वारा छुपाए गए विस्फोटक और बंकरों का पता लगाया।
बरामदगी के मुख्य बिंदु:
- 2 शक्तिशाली IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस)
- 5 नक्सली बंकर (जिसे सुरक्षा बलों ने मौके पर ध्वस्त कर दिया)
- इलेक्ट्रिक डेटोनेटर
- वॉकी-टॉकी सेट
- सेफ्टी फ्यूज
- एरो बम असेंबली
- इलेक्ट्रिक वायर
- सिरिंज मैकेनिज्म
- काली और हरी नक्सली यूनिफॉर्म
- एम्युनिशन पाउच
- अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री
बम निरोधक दस्ते की मदद से IED को वहीं पर सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया गया।
नक्सलियों के खिलाफ लगातार दबाव, अभियान जारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य नक्सली संगठन के बचे-खुचे अड्डों को खत्म करना और उनके हमले की क्षमता को शून्य पर लाना है। पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम ने कहा कि क्षेत्र में अब भी अभियान जारी है और नक्सलियों के खिलाफ लगातार दबाव बनाए रखा जाएगा।
पुलिस अधीक्षक का बयान:
“सारंडा क्षेत्र में शांति और विकास कायम करने के लिए नक्सलियों के विरुद्ध सख्त अभियान जारी रहेगा। ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोपरि है। किसी भी कीमत पर विध्वंसक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
संयुक्त बलों की भूमिका:
- चाईबासा पुलिस
- कोबरा 209 बटालियन
- झारखंड जगुआर टीम
तीनों बल आपसी समन्वय के साथ क्षेत्र में गश्ती, तलाशी और अभियान चला रहे हैं।
स्थानीय जनता में राहत का माहौल
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भी राहत का माहौल है। लोगों ने पुलिस और सुरक्षा बलों की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि नक्सलियों के डर से क्षेत्र में विकास कार्य ठप पड़े थे। अब उम्मीद जगी है कि क्षेत्र में स्थायी शांति लौटेगी।
निष्कर्ष:
सारंडा में हालिया नक्सल विरोधी कार्रवाई झारखंड पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह अभियान न केवल नक्सली नेटवर्क को कमजोर कर रहा है बल्कि ग्रामीण इलाकों में विकास और स्थिरता लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि जब तक क्षेत्र पूरी तरह नक्सलमुक्त नहीं हो जाता, ऐसे सघन ऑपरेशन जारी रहेंगे।