पंडितों और शिक्षकों का चरण वंदन कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लिया आशीर्वाद, भारतीय परंपरा को किया नमन
रिपोर्ट : शैलेश सिंह।
भारतीय जनता पार्टी चाईबासा नगर इकाई द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक गरिमामय ‘गुरु सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया, जिसमें नगर के प्रतिष्ठित पंडितों एवं शिक्षकों का विधिवत सम्मान कर भारतीय गुरु-शिष्य परंपरा का आदर किया गया। कार्यक्रम में अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ भेंट कर एवं चरण स्पर्श कर गुरुओं से आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
पंडितों और शिक्षकों को किया गया सम्मानित
समारोह में चाईबासा नगर के प्रमुख पंडितगण एवं शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सम्मानित गुरुजन इस प्रकार रहे:
- पंडित निरंजन शर्मा
- पंडित राजकुमार शर्मा
- पंडित दिनेश पांडे
- पंडित प्रमोद पांडे
- पंडित संजय मिश्रा
- पंडित अनूप मलिक
- पंडित अखिलेश पाठक
- पंडित विनोद कुमार तिवारी
शिक्षा क्षेत्र से: - अशोक महंती
- अशोक साहू
- एवं अन्य शिक्षकगण।
इन सभी गुरुजनों को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सादर अंगवस्त्र ओढ़ाया गया और पुष्प अर्पित कर चरण वंदन किया गया। उपस्थित गुरुओं ने भारतीय संस्कृति में गुरु की भूमिका पर प्रकाश डाला और समाज को दिशा देने वाले युवा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद प्रदान किया।
भाजपा पदाधिकारियों की रही विशेष उपस्थिति
इस कार्यक्रम की शोभा भाजपा के प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति से और भी बढ़ गई। समारोह में मुख्य रूप से शामिल रहे:
- संजय पांडे (भाजपा जिला अध्यक्ष)
- गीता बालमुचू (पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष)
- पवन शर्मा (नगर अध्यक्ष)
- चंद्र मोहन तियू (भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष)
- हेमंत कुमार केसरी, रवि शंकर विश्वकर्मा, कामेश्वर विश्वकर्मा
- दुवारिका शर्मा (आईटी सेल संयोजक)
- हेमंती विश्वकर्मा, रूपा दास, राकेश पोद्दार, जगदीश निषाद, जूली खत्री, नीरज पांडे आदि।
गुरु ही पथप्रदर्शक: संजय पांडे
समारोह में भाजपा जिला अध्यक्ष संजय पांडे ने कहा,
“गुरु केवल शिक्षा नहीं देते, बल्कि जीवन का मार्ग दिखाते हैं। आज हमने उनके चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया, यही हमारी संस्कृति की आत्मा है। हम भाग्यशाली हैं कि आज भी हमारे समाज में ऐसे गुरुजन विद्यमान हैं जो ज्ञान और मूल्यों की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।”
गुरुओं के आशीर्वाद के साथ हुआ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन सभी गुरुजनों के सामूहिक आशीर्वाद एवं आभार प्रदर्शन के साथ किया गया। गुरु पूर्णिमा जैसे पावन अवसर पर यह आयोजन भारतीय संस्कृति और भाजपा की सांस्कृतिक चेतना का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा।