सरायकेला-खरसावां | 07 जुलाई 2025
उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कदमडीहा (खरसावां) में सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी (DSE) श्री कैलाश मिश्रा द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन की व्यवस्था, परिसर की स्वच्छता तथा विद्यार्थियों की भागीदारी पर व्यापक समीक्षा की गई।
अनुपस्थित शिक्षिका का वेतन भुगतान तत्काल प्रभाव से रोका
निरीक्षण के क्रम में शिक्षिका श्रीमती ज्योत्स्ना बेहरा बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। इस लापरवाही पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई और उनके वेतन निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्देश जारी किया।
छात्राओं की कम उपस्थिति पर जताई चिंता
श्री मिश्रा ने निरीक्षण के दौरान कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया और उनकी शैक्षणिक स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने खासतौर पर छात्राओं की कम उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए शिक्षकों को निर्देश दिया कि अभिभावकों से समन्वय कर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित करें।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन पर जोर
शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि वे विभागीय मानकों के अनुसार शिक्षण कार्य करें और विद्यालय में अनुशासित, प्रेरणादायक और अध्ययनोन्मुख वातावरण बनाकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करें।
स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश
निरीक्षण के दौरान श्री मिश्रा ने विद्यालय परिसर की स्वच्छता व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया कि विद्यालय परिसर एवं उसके आस-पास की साफ-सफाई नियमित रूप से सुनिश्चित की जाए, ताकि छात्रों को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण में शिक्षा मिल सके।
विभागीय कार्य संस्कृति में लाएं जवाबदेही
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षकों को चेतावनी दी कि विभाग अब शिक्षकों की उपस्थिति, पढ़ाई की गुणवत्ता और प्रशासनिक उत्तरदायित्वों को लेकर सख्ती से समीक्षा करेगा। निरीक्षण की रिपोर्ट को जिला स्तर पर संज्ञान में लिया गया है और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह औचक निरीक्षण शिक्षा व्यवस्था में जवाबदेही, पारदर्शिता और गुणवत्ता लाने की दिशा में एक सख्त प्रशासनिक पहल मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की निरीक्षण प्रक्रिया आगे भी विभिन्न विद्यालयों में जारी रहेगी।