जलडीहा गाँव में नुक्कड़ सभा के माध्यम से बच्चों और ग्रामीणों को किया गया जागरूक
जगन्नाथपुर।
जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत छोटा महुलडीहा पंचायत के जलडीहा गाँव में शनिवार को सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। यह आयोजन सिंगी एण्ड सिंगी सोसाइटी तथा नेशनल आदिवासी रिवाइवल एसोसिएशन के तत्वावधान में और आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कम उम्र के बच्चों में बीड़ी-सिगरेट जैसी नशे की लत से दूर करना और समाज में फैली डायन-प्रथा एवं अंधविश्वास जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करना था।
बच्चों और ग्रामीणों को समझाया नशे के दुष्परिणाम
सभा के दौरान आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेम्ब्रम ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में कम उम्र के बच्चे बीड़ी-सिगरेट जैसी चीजों के आदि हो रहे हैं, जिससे न केवल उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है बल्कि उनका भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है। उन्होंने इस विषय में उपस्थित ग्रामीणों को जागरूक करते हुए नशे से दूर रहने और अपने बच्चों को भी इससे बचाने की अपील की।
अंधविश्वास और डायन-प्रथा पर कड़ा प्रहार
महासचिव हेम्ब्रम ने अपने वक्तव्य में डायन-प्रथा और अंधविश्वास पर भी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास के नाम पर आज भी कई महिलाएं प्रताड़ित की जाती हैं, जो एक गंभीर सामाजिक अपराध है। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि इन प्रथाओं के कारण समाज में अशांति और भय का वातावरण बनता है, जिससे सामाजिक प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है।
क्षेत्रीय विकास और सामाजिक एकता पर जोर
इस अभियान के माध्यम से ‘हो’ समाज युवा महासभा ने क्षेत्रीय विकास और सामाजिक सुधार को भी अपनी प्राथमिकता में शामिल किया। महासभा के प्रतिनिधियों ने युवाओं से अपील की कि वे सामाजिक कार्यों से जुड़ें और हो भाषा-संस्कृति के संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
पंचायत और प्रखंड स्तर पर कमेटियों के गठन की पहल
सभा के दौरान यह भी कहा गया कि पंचायत और प्रखंड स्तर पर ‘हो’ समाज की प्रगति के लिए कमेटियों का गठन किया जाएगा, जो समाज के बीच जागरूकता फैलाने, बच्चों को शिक्षा से जोड़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करेंगे।
सभा में बड़ी संख्या में समाज के कार्यकर्ता रहे मौजूद
इस अवसर पर ‘हो’ समाज युवा महासभा के कई सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से सिकंदर तिरिया, गोबिन्दा सिंकू, कमल किशोर सिंकू, गोपाल सिंकू, महाती सिंकू, गांधी सिंकू, भगवान सिंकू, गागरन सिंकू, बाशु सिंकू, चंद्रमोहन सिंकू, मुकेश सिंकू, मुकेश चौहान, मादेए सिंकू, राईमुनी गोप, हीरो सिंकू आदि शामिल थे।
सामाजिक सुधार के लिए समर्पित प्रयास
कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं ने पुनः सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे समाज के हित में जागरूक बनें, नशा एवं अंधविश्वास से दूर रहें और आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त बनाने की दिशा में ठोस पहल करें। इस तरह के प्रयास निश्चित रूप से ‘हो’ समाज को एक नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होंगे।