अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन, रीना रंजन सिंह के नेतृत्व में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
गुआ संवाददाता।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) यूनिट, लौह अयस्क खदान, गुआ की संरक्षिका महिला समूह द्वारा आयोजित सात दिवसीय योग प्रशिक्षण सत्रों का समापन समारोह शनिवार को उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन संरक्षिका प्रमुख श्रीमती रीना रंजन सिंह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें सीआईएसएफ परिवार की महिलाओं ने पूरे उत्साह और समर्पण के साथ भाग लिया।
हर दिन योग, हर दिन ऊर्जा
18 जून से शुरू हुए इन योग सत्रों में प्रतिदिन भोर में एक घंटे का योगाभ्यास कराया गया। प्रशिक्षित योग शिक्षकों द्वारा महिलाओं को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन के लिए विविध योगासन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकें सिखाई गईं। योग के लाभों को महिलाओं ने न केवल सीखा बल्कि जीवनशैली में अपनाने का संकल्प भी लिया।
समापन दिवस बना ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक
सात दिवसीय योग सत्र के अंतिम दिन समापन समारोह का आयोजन संरक्षिका प्रमुख श्रीमती रीना रंजन सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं ने समूहिक योग प्रदर्शन किया, जिसमें सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, ताड़ासन, वज्रासन आदि प्रमुख योग क्रियाएं शामिल थीं।
संरक्षिका प्रमुख ने किया महिलाओं को प्रेरित
समारोह के दौरान श्रीमती रीना रंजन सिंह ने योग को “जीवन का अंग” बताते हुए कहा कि— “योग न केवल शारीरिक व्यायाम है, बल्कि यह मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन का भी माध्यम है। महिलाओं के जीवन में योग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेषकर जब वे परिवार, कार्य और समाज की कई जिम्मेदारियों को निभाती हैं।”
स्वस्थ महिला, सशक्त समाज
समारोह में उपस्थित महिलाओं ने योग के लाभों को साझा करते हुए कहा कि इन सत्रों से उन्हें न केवल शारीरिक राहत मिली, बल्कि मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिली। कई महिलाओं ने कहा कि नियमित योगाभ्यास को वे अब अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएंगी।
भविष्य में और भी आयोजन की योजना
संरक्षिका महिला समूह की ओर से यह जानकारी दी गई कि भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य-संबंधी आयोजन किए जाएंगे, जिससे CISF परिवार की महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से भी सशक्त रहें।
नारी सशक्तिकरण और योग का मेल
यह आयोजन इस बात का जीवंत उदाहरण बना कि जब महिलाएं स्वास्थ्य और आत्मविकास की दिशा में एकजुट होती हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन की बयार चल पड़ती है। संरक्षिका महिला समूह द्वारा किया गया यह प्रयास न केवल एक सफल आयोजन रहा, बल्कि यह प्रेरणास्रोत भी बन गया।
निष्कर्ष: CISF गुआ यूनिट की संरक्षिका महिला समूह द्वारा आयोजित यह सात दिवसीय योग सत्र नारी शक्ति, स्वास्थ्य और अनुशासन का अनूठा संगम रहा, जिसने यह संदेश दिया कि जब महिलाएं जागरूक होती हैं, तो समाज की दिशा और दशा दोनों बदलती है।