खान मंत्रालय ने सतत विकास और जिम्मेदार खनन के लिए चुनी देश की शीर्ष तीन खदानों में से एक
नोवामुंडी संवाददाता ।
झारखंड के नोवामुंडी स्थित लौह अयस्क खदान को सतत विकास और वैज्ञानिक खनन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए खान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सेवन स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया है। यह खनन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
2016 में शुरू हुई स्टार रेटिंग प्रणाली के तहत यह पहली बार है जब किसी खदान को सस्टेनेबल डेवलपमेंट फ्रेमवर्क के अंतर्गत सेवन स्टार का दर्जा प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि नोवामुंडी माइंस को देशभर की 95 खदानों में से शीर्ष तीन में स्थान दिलाती है, जिन्हें टिकाऊ और जिम्मेदार खनन के लिए चुना गया है।
नोवामुंडी के साथ केवल दो अन्य खदानों को यह सर्वोच्च मान्यता मिली है, जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल खनन को प्रोत्साहित करती है बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व और तकनीकी नवाचार के मापदंडों को भी मजबूती से स्थापित करती है।
7 जुलाई को जयपुर में होगा सम्मान समारोह
खान मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार समारोह का आयोजन 7 जुलाई 2025 को जयपुर में होगा, जहां सेवन स्टार खदानों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। नोवामुंडी खदान की यह उपलब्धि न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
खनन क्षेत्र में यह मान्यता पर्यावरणीय संतुलन, श्रमिकों की सुरक्षा, स्थानीय समुदाय के विकास और संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग को प्राथमिकता देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का परिणाम है। नोवामुंडी आयरन माइन की यह सफलता आने वाले वर्षों में टिकाऊ खनन की दिशा में प्रेरणादायी मॉडल बन सकती है।