चालक की सूझबूझ से टली त्रासदी; लापरवाही या तकनीकी गड़बड़ी की आशंका
रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।
बिरसा स्मारक के समीप बुधवार की दोपहर उस वक्त एक बड़ा हादसा टल गया, जब केन्द्रीय विद्यालय मेघाहातुबुरु की स्कूली बस, जिसमें कई बच्चे सवार थे, अनियंत्रित होकर गार्डवाल में फंस गई। यदि बस खाई में गिर जाती, तो भारी जान-माल की क्षति हो सकती थी। हादसे के समय मूसलधार वर्षा हो रही थी, जिससे सड़कें बेहद फिसलन भरी हो गई थीं।
बस में सवार थे दर्जनों स्कूली छात्र
स्कूल से छुट्टी के बाद छात्र-छात्राओं को लेकर जा रही यह बस बिरसा स्मारक के समीप असंतुलित हो कर रुक गई तथा चालक ने समय रहते बस को नियंत्रित कर लिया, जिससे वाहन गार्डवाल में फंसकर रुक गया और बड़ी दुर्घटना टल गई। सभी छात्र पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें वैकल्पिक वाहन से घर पहुंचाया गया।
लापरवाही या तकनीकी गड़बड़ी? जांच की आवश्यकता
हालांकि, घटना के बाद स्थानीय लोगों और कुछ अभिभावकों ने इस पर सवाल उठाए हैं कि क्या बस चालक की तेज या असावधानी भरी ड्राइविंग के कारण फिसली, या फिर उसमें कोई तकनीकी खराबी, जैसे ब्रेक फेल या स्टीयरिंग लॉक जैसी समस्या थी?
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस की गति घटना के समय अपेक्षाकृत तेज थी, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि लगातार बारिश और सड़क की जर्जर हालत ने वाहन को असंतुलित किया। फिलहाल इन बिंदुओं की पुष्टि नहीं हुई है।
चालक की सूझबूझ से टली जानलेवा दुर्घटना
सभी संभावनाओं के बावजूद, यह स्वीकार करना होगा कि चालक ने संकट की घड़ी में संयम और त्वरित निर्णय लेकर बस को खाई में गिरने से बचा लिया।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठा सवाल
इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र में सड़क सुरक्षा, स्कूली बसों की नियमित मेंटेनेंस और चालकों की जिम्मेदारी जैसे मुद्दों को सामने ला दिया है। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को और अधिक सतर्क और सजग होना होगा।