रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।
जिला समाहरणालय स्थित सभागार में मंगलवार को जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री चंदन कुमार की अध्यक्षता में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) समिति (DLC) की बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के अंतर्गत संचालित हो रहे एकलव्य विद्यालयों के पर्यवेक्षण और शैक्षणिक सत्र 2025-26 की तैयारियों की समीक्षा करना था।
11 एकलव्य विद्यालयों के संचालन पर हुई विस्तृत चर्चा
बैठक में बताया गया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में वर्तमान में कुल 11 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 6 पेरेन्ट विद्यालय—नोआमुंडी, सोनुआ, मंझारी, टोंटो, तांतनगर व कुमारडुंगी और 5 सिस्टर विद्यालय—मनोहरपुर, गुदड़ी, मंझगांव, हाटगम्हरिया व गोईलकेरा शामिल हैं। शैक्षणिक सत्र 2024-25 एवं 2025-26 के लिए इन विद्यालयों में नामांकन हेतु कुल 1671 छात्र-छात्राओं से आवेदन प्राप्त हुए हैं।
संसाधनों की आपूर्ति हेतु 25 जून को प्रकाशित होगा निविदा विज्ञापन
परियोजना निदेशक, आईटीडीए श्री जयदीप तिग्गा ने बैठक में बताया कि विद्यालयों के प्राचार्य/प्राचार्या के मांग पत्र के आधार पर आवश्यक फर्नीचर, बर्तन, उपस्कर एवं अन्य सामग्री की आपूर्ति हेतु 25 जून 2025 को निविदा आमंत्रण के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा। यह प्रक्रिया विद्यालयों को समय पर बुनियादी संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त श्री चंदन कुमार ने सभी विद्यालयों में विषयवार गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया की समीक्षा की और संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि विभागीय आदेशों के अनुरूप घंटी आधारित या पूर्णकालिक गेस्ट शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया अविलंब शुरू की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों को उनके पोषक क्षेत्र के विद्यालयों से टैग किया जाए, ताकि स्थानीयता सुनिश्चित हो सके।
विद्यालयीय संचालन में सहयोग हेतु मानव संसाधन पर चर्चा
बैठक में यह भी बताया गया कि जेएसएलपीएस के माध्यम से ग्राम सभा के द्वारा विद्यालयों में चतुर्थवर्गीय अस्थायी पदों—रसोईया, चौकीदार एवं झाड़ूदार—के लिए कुल 75 मानव संसाधनों की उपलब्धता की प्रक्रिया प्रगति पर है। इस बाबत उपायुक्त ने संबंधित प्रतिवेदन की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
विभिन्न विभागीय पदाधिकारियों की सक्रिय सहभागिता
इस महत्वपूर्ण बैठक में उपायुक्त के साथ परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री जयदीप तिग्गा, सहायक समाहर्ता श्री सिद्धांत कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री टोनी प्रेमराज, चिकित्सा पदाधिकारी, एकलव्य विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षकगण सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में सभी विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता, नामांकन प्रक्रिया, भौतिक संसाधनों की उपलब्धता एवं प्रशासनिक ढांचे की मजबूती पर केंद्रित चर्चाएं हुईं।
जिला प्रशासन की प्राथमिकता में आदिवासी शिक्षा
उपायुक्त श्री चंदन कुमार ने बैठक के अंत में कहा कि जिले के आदिवासी बहुल इलाकों में गुणवत्तापूर्ण आवासीय शिक्षा की दिशा में एकलव्य मॉडल विद्यालयों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन इन विद्यालयों के संचालन को सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग समन्वय के साथ कार्य करें ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके।