गुआ के हादसे, ठेका मजदूरों के शोषण और श्रमिक संगठन के अधिकारों पर हुई विस्तार से चर्चा, हस्ताक्षर अभियान को लेकर भी सर्वसम्मति
रिपोर्ट : शैलेश सिंह ।
दिनांक 23 जून 2025 को संध्या 6:30 बजे झारखंड मजदूर संघर्ष संघ की एक अहम संयुक्त बैठक मेघाहातुबुरु कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में किरीबुरु और मेघाहातुबुरु की दोनों खदानों के प्रतिनिधियों और ठेका श्रमिकों की बड़ी भागीदारी रही। अध्यक्षता किरीबुरु के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री बुधन सिंह कुंकल ने की, जबकि संचालन और मार्गदर्शन संघ के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया गया।
बैठक का मुख्य विषय संघ के केंद्रीय अध्यक्ष श्री रमा शंकर पांडे के जिला बदर (District Externment) के आदेश पर चर्चा और उनके कार्यों पर समर्थन प्रकट करना था। बैठक में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि देश के कानून और संविधान पर हमें पूर्ण विश्वास है, और यह जिला बदर की कार्रवाई एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसका सम्मान करते हुए हम अपने संगठनात्मक संघर्ष और अधिकारों की लड़ाई को जारी रखेंगे।
“रमा शंकर पांडे का संघर्ष श्रमिकों की आवाज़ है”
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि श्री रमा शंकर पांडे ने हमेशा दलित, शोषित, पीड़ित और उपेक्षित श्रमिक वर्गों के लिए आवाज़ उठाई है। उन्होंने श्रम कानूनों के तहत नाबालिगों से कार्य लेने, मजदूरों से अवैध वसूली, समय पर वेतन न देना, और कार्य के बदले रिश्वत मांगने जैसे मामलों का विरोध किया है। यह संगठन और मजदूरों का अधिकार है कि वे अपने अधिकारों की मांग करें और अत्याचार के विरुद्ध कानूनी लड़ाई लड़ें।
“गुआ हादसे पर सवाल उठाना अपराध नहीं, जिम्मेदारी है”
गुआ माइंस में हुए हालिया हादसे पर श्री पांडे द्वारा उठाए गए सवालों को बैठक में पूरी तरह जायज ठहराया गया। वक्ताओं ने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा और उनके आश्रितों के लिए मुआवजा मांगना कोई अपराध नहीं, बल्कि एक संवैधानिक और कानूनी अधिकार है। यदि कोई प्रबंधन सुरक्षा व्यवस्था में चूक करता है, तो संगठन का दायित्व है कि वह सवाल उठाए।
“अगर प्रबंधन न्याय दे तो संगठन की जरूरत नहीं”
बैठक में जोरदार तरीके से यह बात रखी गई कि यदि कोई नियोक्ता अपने श्रमिकों को समय पर वेतन दे, उनके हक और सामाजिक सुरक्षा को स्वतः सुनिश्चित करे, तो संगठन की आवश्यकता ही न पड़े। लेकिन जब प्रबंधन मनमानी करता है, तब श्रमिक संगठन ही मजदूरों की ढाल बनते हैं, और यही काम वर्षों से श्री रमा पांडे कर रहे हैं। उन्हें बदनाम करने की कोशिशों का संगठन पुरजोर विरोध करता है।
ठेका मजदूरों की सुरक्षा और जिम्मेदारी पर विशेष निर्देश
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि क्षेत्र के सभी ठेका और नियमित मजदूर सुरक्षा के साथ कार्य करें। श्रमिकों को यह सलाह दी गई कि वे अपने तय कार्य के अलावा कोई कार्य न करें और किसी भी असुरक्षित परिस्थिति में तुरंत प्रबंधन और संगठन को सूचित करें। क्योंकि सुरक्षा सर्वप्रथम है और कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना पूरी तरह से प्रबंधन की जिम्मेदारी है।
गुआ हस्ताक्षर अभियान को पूर्ण समर्थन
बैठक के अंत में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ कि गुआ में चल रहे झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के हस्ताक्षर अभियान को किरीबुरु और मेघाहातुबुरु में पूर्ण समर्थन दिया जाएगा और इसे हर हाल में सफल बनाया जाएगा।
बैठक में उपस्थित प्रमुख नेता और सदस्य
मेघाहातुबुरु इकाई की ओर से:
श्री अमरनाथ यादव, आलम अंसारी, आनंद पूर्ति, दयानंद कुमार, इंतखाब आलम, जी एस गिल, कुलदीप सिंह, शैलेश बारी, पंचनान नायक, सुदर्शन पान, अजीत गोप।
किरीबुरु इकाई की ओर से:
महामंत्री श्री राजेंद्र सिंधिया, संयुक्त महामंत्री श्री सुनील कुमार पासवान, पीसी मलिक, अजय बानरा, लखन चाम्पिया, सिया बिहारी प्रसाद, प्रधान आल्डा समेत अनेक ठेका श्रमिक उपस्थित रहे।