किताबों की कालाबाज़ारी, पेंशन में गड़बड़ी, शराब नीति और आदिवासी हितों की अनदेखी को लेकर बीजेपी का आरोप—सरायकेला में जनाक्रोश रैली, सरकार को सौंपा गया ज्ञापन
सरायकेला संवाददाता ।
झारखंड की सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार के खिलाफ बीजेपी ने आज सरायकेला-खरसावां जिले में जोरदार जनाक्रोश रैली का आयोजन किया। इस रैली में पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता चंपई सोरेन ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंडी जनता वर्तमान सरकार से पूरी तरह त्रस्त और नाराज है। हर मोर्चे पर विफल इस सरकार के खिलाफ अब सड़कों पर उतरना ज़रूरी हो गया है।
शिक्षा व्यवस्था से लेकर विधि व्यवस्था तक बर्बादी का आलम
चंपई सोरेन ने कहा कि सरकार की लापरवाही का सबसे बड़ा खामियाजा राज्य की शिक्षा व्यवस्था भुगत रही है। “बच्चों को जो किताबें फ्री में दी जानी थी, वह आज ब्लैक मार्केट में बिक रही हैं। गरीब छात्रों को समय पर किताबें नहीं मिल पा रही हैं,” उन्होंने कहा।
मैया योजना और पेंशन योजना बनी मज़ाक
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई मैया योजना का लाभ ज़मीनी स्तर पर महिलाओं को नहीं मिल रहा है। “वृद्ध, विकलांग और विधवाओं को पेंशन नहीं मिल रहा है। पेंशन कार्यालयों के चक्कर लगाकर वृद्धजन थक चुके हैं, पर सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं।”
भ्रष्टाचार और अवैध खनन पर गंभीर आरोप
सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए चंपई सोरेन ने कहा, “कोल्हान क्षेत्र से कोयला और लौह अयस्क की खुलेआम चोरी हो रही है। हर गाड़ी से उगाही की जा रही है। यह सरकार सिर्फ लूट में व्यस्त है, जनता के हक की बात करने वाला कोई नहीं है।”
बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता, झारखंड को ‘मुर्शिदाबाद’ बनाने की साजिश
बीजेपी नेता ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश से घुसपैठ कर आए लोग झारखंड की जमीनों पर कब्जा कर सामाजिक संतुलन को तोड़ने का काम कर रहे हैं। ये लोग राज्य को दूसरा मुर्शिदाबाद बनाना चाहते हैं। आदिवासियों और मूलवासियों की जमीन छीनी जा रही है और सरकार चुप है।”
शराब नीति को लेकर भी सवाल
ताजे की बैठक में लिए गए फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जब आदिवासी विकास की बात होनी चाहिए, उस बैठक में आदिवासी गांवों में शराब दुकानें खोलने का निर्णय लिया जाता है। “यह सरकार चाहती है कि आदिवासी समाज का संतुलन और संस्कार बिखर जाए,” उन्होंने तीखा तंज कसा।
औद्योगिक जिला, पर युवाओं को रोजगार नहीं
सरायकेला-खरसावां को औद्योगिक क्षेत्र घोषित किया गया है, लेकिन स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। चंपई सोरेन ने सवाल उठाया कि क्या यही सपना था जब झारखंड को अलग राज्य बनाया गया था? “यहां के युवाओं को रोज़गार से वंचित कर बाहरियों को लाभ दिया जा रहा है।”
धर्मांतरण और वोट बैंक की राजनीति का आरोप
सरकार पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “धर्मांतरण तेजी से हो रहा है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इन्हें सिर्फ घुसपैठियों और धर्मांतरण कराने वालों के वोट की चिंता है, आदिवासी और मूलवासी समाज की नहीं।”
‘बीजेपी ही दे सकती है न्याय और सुरक्षा’
सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि जब तक यह गठबंधन सरकार सत्ता में रहेगी, जनता को न न्याय मिलेगा, न सुविधा। “बीजेपी ही एकमात्र ऐसा दल है जो देश को सुरक्षा के साथ विकास दे सकता है। दुनिया ने देखा है कि भारत ने कैसे दुश्मनों को चुन-चुन कर मारा। आतंकवाद पर लगाम कसना बीजेपी के बस की ही बात है।”
रैली के माध्यम से सौंपा गया ज्ञापन
जन आक्रोश रैली के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा, जिसमें राज्य सरकार की विफलताओं, भ्रष्टाचार, घुसपैठ, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर कठोर कार्रवाई की मांग की गई।
उपस्थित लोगों में वकील सोरेन, टुलु आचार्य, बद्री दरोघा, अभिषेक आचार्य, लिपु महंती, रीता दुबे, पिंकी मोदक, मुरली प्रधान, आदि मौजूद थे।
चंपई सोरेन के बयान का सार:
- किताबों की कालाबाज़ारी
- मैया योजना और पेंशन की विफलता
- बांग्लादेशी घुसपैठ और जमीन कब्जा
- आदिवासी समाज को तोड़ने की कोशिश
- बेरोजगारी और स्थानीय युवाओं की उपेक्षा
- धर्मांतरण और वोट बैंक की राजनीति
- शराब नीति से आदिवासी संस्कृति पर हमला
- भ्रष्टाचार और खनिज संपदा की लूट
- बीजेपी ही विकल्प: सुरक्षा, विकास और न्याय की गारंटी