प्रबंधन ने हादसे में जान गंवाने वाले कर्मी के परिवार को संवेदना जताते हुए दी राहत की दोहरी पेशकश – स्थायी नौकरी या आर्थिक सहायता योजना में से एक विकल्प चुनने को कहा
रिपोर्ट: शैलेश सिंह, सिंहभूम हलचल न्यूज
गुआ लौह अयस्क खदान में रविवार की शाम हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले सेलकर्मी स्व. चरण पुरती के परिवार को कंपनी प्रबंधन ने राहत पहुंचाने की दिशा में ठोस कदम उठाया है। सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र के गुआ अयस्क खान प्रबंधन द्वारा मृतक के एक आश्रित को स्थायी नौकरी देने का पत्र सौंपा गया है, जिससे खदान परिसर में कार्यरत अन्य कर्मचारियों में संतोष और हर्ष की लहर है।
दुर्घटना के बाद गुआ अस्पताल में मृत घोषित किए गए चरण पुरती, कर्मचारी संख्या H105221 (स्टाफ संख्या 8532351), ईएमई (यांत्रिक) विभाग में वर्षों से कार्यरत थे। उनके समर्पण और निष्ठा को याद करते हुए प्रबंधन ने शोक संदेश जारी किया है, जिसमें उनके निधन को “परिवार के समर्पित सदस्य की अपूरणीय क्षति” बताया गया है।
संवेदना और सहानुभूति के साथ दी गई राहत की पेशकश
गुआ प्रबंधन की ओर से जारी संवेदनात्मक पत्र में स्पष्ट किया गया है कि स्व. चरण पुरती के परिवार को कंपनी की कर्मचारी कल्याण योजना के अंतर्गत दो विकल्पों में से किसी एक को चुनने का अधिकार दिया गया है:
विकल्प 1:
मृतक की स्वाभाविक सेवानिवृत्ति की तिथि तक उनके अंतिम बेसिक वेतन और महंगाई भत्ते (DA) के बराबर की मासिक आर्थिक सहायता। इसके लिए मृतक के भविष्य निधि (PF) और उपदान (gratuity) की राशि को कंपनी में जमा करना होगा, जो सेवानिवृत्ति की तारीख के बाद लौटा दी जाएगी।
विकल्प 2:
यदि परिवार इस योजना के तहत लाभ नहीं लेना चाहता है, तो मृतक के आश्रितों में से किसी एक को नियमानुसार स्थायी नौकरी दी जाएगी। इसके लिए 15 दिनों के भीतर आवेदन प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
कर्मचारियों में संतोष, परिवार को मिला संबल
इस निर्णय के बाद गुआ अयस्क खदान के कर्मचारियों में राहत और संतोष की भावना है। हादसे के बाद उत्पन्न असहायता की स्थिति में कंपनी द्वारा त्वरित कदम उठाना कर्मचारियों के विश्वास को और मजबूत करता है। कई सहकर्मियों ने इसे “प्रबंधन की मानवीय पहल” बताया।
एक वरिष्ठ सेलकर्मी ने कहा, “हमने एक साथी को खोया है, लेकिन कंपनी ने उसके परिवार के लिए जो प्रस्ताव दिया है, वह राहत देने वाला है। इससे अन्य कर्मचारियों में भी यह भरोसा बना है कि आपदा के समय कंपनी साथ खड़ी रहती है।”
गहरी संवेदना के साथ भविष्य की सुरक्षा का प्रयास
प्रबंधन ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि स्व. चरण पुरती द्वारा कंपनी के प्रति जो निष्ठापूर्ण सेवाएं दी गईं, उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया है कि मृतक कर्मी के सभी लंबित वित्तीय भुगतान शीघ्र निपटाए जाएंगे।
गुआ प्रबंधन द्वारा हस्ताक्षरित यह पत्र सहायक महाप्रबंधक (हेडिंग) के माध्यम से जारी किया गया है। इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि परिवार की सुविधा के अनुसार किसी एक विकल्प का चयन कर 15 दिनों के भीतर लिखित रूप से आवेदन प्रस्तुत करना होगा, ताकि आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके।
निष्कर्ष: राहत और संवेदना का मिला-जुला स्वर
गुआ अयस्क खान में हुए इस दुखद हादसे के बाद कंपनी द्वारा उठाया गया यह कदम न सिर्फ मृतक के परिवार को सहारा देगा, बल्कि अन्य कर्मचारियों के बीच भी सकारात्मक संदेश देगा। जहां एक ओर हादसे ने एक परिवार को गहरा आघात दिया, वहीं दूसरी ओर कंपनी की पहल ने उनके भविष्य की दिशा में कुछ स्थायित्व और आश्वासन की रेखा खींची है।