कुकड़ू प्रखंड के सिरुम गांव में हादसा, जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो ने दिए जांच के आदेश
कुकड़ू (सरायकेला)। प्रखंड कुकड़ू अंतर्गत सिरुम गांव के सरदार टोला में विद्युत विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। वर्षों से झुका हुआ बिजली का खंभा हादसे की वजह बना और आखिरकार एक बैल की करंट लगने से मौत हो गई। हादसे को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।
खुले तार से बैल की हुई दर्दनाक मौत
ग्रामीण रूपरू गांव की महिला रुपन देवी, पति स्वर्गीय क्रिस्टो महतो, अपने बैल को चराने के लिए सिरुम के समीप खाली खेत में गई थीं। तभी झुके हुए खंभे से लटकते करंट प्रवाहित तार की चपेट में बैल आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह हादसा पूरी तरह से विद्युत विभाग की अनदेखी का परिणाम बताया जा रहा है।
शिकायत के बावजूद विभाग बना रहा मूकदर्शक
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि खंभा काफी समय से झुका हुआ था और तार नीचे लटक रहा था। इस बारे में लाइनमैन और संबंधित विभाग को कई बार सूचना दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नतीजा यह हुआ कि अब जान-माल की क्षति हो चुकी है।
पांच दिनों से कई गांवों की बिजली बाधित
हादसे के बाद से दारुदा, बडालापांग, पंडरा टोला और मानकिडीह समेत कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। इससे गांवों में पीने के पानी, मोबाइल चार्जिंग, पंखे-कूलर आदि जरूरी कार्य बाधित हो गए हैं। गर्मी में लोग बेहाल हैं।
जिला परिषद उपाध्यक्ष ने लिया संज्ञान, दिए जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही सरायकेला-खरसावां जिला परिषद की उपाध्यक्ष मधुश्री महतो ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने विद्युत विभाग के कनीय अभियंता और प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी को मौके पर जाकर तत्काल जांच करने तथा मृत बैल के मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।
ग्रामीणों ने की मुआवजे और मरम्मत की मांग
ग्रामीणों ने विभाग से तत्काल क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए कहा है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो आगे ऐसी घटनाएं और भी हो सकती हैं। साथ ही, उन्होंने गांव की बाधित बिजली आपूर्ति को अविलंब बहाल करने की भी मांग की है।
बड़ा सवाल : कब सुध लेगा विद्युत विभाग?
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों की सुरक्षा और शिकायतों की कोई चिंता नहीं है? हादसे के बाद अब प्रशासन हरकत में आया है, लेकिन अगर पहले चेत लिया जाता, तो यह जानवर की जान शायद बचाई जा सकती थी।