पश्चिमी सिंहभूम जिला में शैक्षणिक योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न, आधारभूत शिक्षा को सुदृढ़ करने पर दिया गया जोर
रिपोर्ट : शैलेश सिंह
पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में मंगलवार को जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री चंदन कुमार की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग से संबंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में सहायक समाहर्ता-सह-प्रशिक्षु आईएएस श्री सिद्धांत कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज, जिला शिक्षा अधीक्षक प्रवीण कुमार, परियोजना अभियंता, सभी सहायक कार्यक्रम प्रबंधक, प्रखंड स्तर के शिक्षा पदाधिकारी, लेखापाल, बीआरपी, सीआरपी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दसवीं बोर्ड रिजल्ट पर जताया अफसोस, शिक्षा को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
बैठक में उपायुक्त ने हाल ही में आए दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में जिले के खराब प्रदर्शन पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि “शिक्षा केवल जीवन यापन का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाला सबसे महत्वपूर्ण आधार है।” उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि शिक्षा व्यवस्था को सुधारना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ई-विद्या वाहिनी, कस्तूरबा विद्यालय, पीएम श्री स्कूल की समीक्षा
बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा जिले में संचालित विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों जैसे ई-विद्या वाहिनी के तहत शिक्षकों व छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों एवं पीएम श्री स्कूलों के संचालन, मद की उपयोगिता, तथा यू-डायस (U-DISE) डाटा अपडेट की समीक्षा की गई। उन्होंने शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि लापरवाह शिक्षकों और कर्तव्यहीन कर्मियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
अतिक्रमण और चारदिवारी की स्थिति पर मांगी रिपोर्ट
उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया कि जिन विद्यालयों की भूमि पर अतिक्रमण है, उनकी सूची तथा जिन विद्यालयों में चारदिवारी नहीं है या क्षतिग्रस्त है, उनकी अद्यतन रिपोर्ट शीघ्र जिला कार्यालय को प्रस्तुत की जाए, ताकि जरूरी कार्यवाही की जा सके।
“प्रोजेक्ट रेल” मूल्यांकन कार्यों की भी समीक्षा
बैठक में “प्रोजेक्ट रेल” के मूल्यांकन कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि प्रत्येक प्रखंड से दो-दो विद्यालयों का क्रमबद्ध मूल्यांकन कर उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की सॉफ्ट कॉपी जिला कार्यालय को जांच हेतु उपलब्ध कराई जाए। यह सुनिश्चित करना होगा कि मूल्यांकन की प्रक्रिया पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण हो।
सभी उच्च विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ बैठक कराने का निर्देश
शैक्षणिक गुणवत्ता में व्यापक सुधार को लेकर उपायुक्त ने निर्देशित किया कि निकट भविष्य में जिले के सभी उच्च विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की जाए, ताकि विद्यालयों में व्याप्त शैक्षणिक और प्रशासनिक समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
शिक्षा में सुधार के लिए सभी को देनी होगी जिम्मेदारी: उपायुक्त
बैठक के अंत में उपायुक्त चंदन कुमार ने कहा कि “शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर शिक्षकों तक, सभी की जवाबदेही तय होगी। हम सबका दायित्व है कि हम आनेवाली पीढ़ी को एक सशक्त शैक्षणिक आधार दें।”