मियावाकी पद्धति से 4600 से अधिक पौधे लगाए, कर्मचारियों और अधिकारियों ने लिया सक्रिय भाग
नोआमुंडी: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नोआमुंडी आयरन माइंस स्थित वेस्ट डंप एरिया में एक भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नोआमुंडी आयरन माइंस के प्रमुख डी. विजेन्द्र द्वारा फलदार पौधारोपण के साथ की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अधिकारियों, कर्मचारियों और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम में टीएमएच नोआमुंडी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार, उपकरण प्रमुख ए.के. जॉर्ज, खनन, बागवानी, योजना, पर्यावरण, अस्पताल समेत कई विभागों के अधिकारी एवं कर्मी शामिल हुए।
मियावाकी पद्धति से हरियाली की ओर ठोस कदम
इस वृहत वृक्षारोपण अभियान में मियावाकी पद्धति के अंतर्गत 31 से अधिक स्थानीय प्रजातियों के करीब 4,610 पौधे लगाए गए। इनमें प्रमुख प्रजातियों में अमलतास, करंज, बहेड़ा, हरड़, कुडाची, करम, गमहर, आंवला, अर्जुन, शीशम, पाकर, बरगद, पीपल, जामुन, चिरौंजी, कचनार, बेल, आम, नीम और गूलर शामिल हैं।
पूरे आयोजन का नेतृत्व उद्यान विभाग के रौशन सिंह द्वारा किया गया। यह पहल न केवल मानसून सत्र के पूर्व वृक्षारोपण की शुरुआत थी, बल्कि खनन क्षेत्र के डंप स्थिरीकरण और पर्यावरणीय पुनर्स्थापन की दिशा में भी एक महत्त्वपूर्ण प्रयास साबित हुई।
डंप स्थिरीकरण और हरित आवरण का विस्तार
डी. विजेन्द्र ने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यक्रम माइनिंग क्षेत्र में हरित आवरण को बढ़ावा देने और मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए एक सशक्त प्रयास है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इसी प्रकार के और भी वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे खनन क्षेत्र में स्थायी और हरित विकास संभव हो सके।
काटामाटी माइंस में भी दिखा पर्यावरण के प्रति उत्साह
इसी कड़ी में काटामाटी आयरन ओर माइंस के नवनिर्मित डंप क्षेत्र में भी वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में चीफ माइन डी. विजेन्द्र, मैनेजर माइन अजय गोयल, डंप प्रभारी निरंजन जेना, सेफ्टी ऑफिसर पंकज, ट्रांसपोर्ट सेक्शन प्रभारी नवीन सिंह, पर्यावरण कार्यालय से अविनाश दास, उपकरण एवं इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारीगण, महिला कर्मचारी दल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल
नोआमुंडी और काटामाटी माइंस में आयोजित इन वृक्षारोपण अभियानों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पर्यावरणीय दायित्व सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि सामूहिक भागीदारी और प्रतिबद्धता से जुड़ा एक सतत प्रयास है। इन प्रयासों से न सिर्फ खनन क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को भी एक स्वच्छ और संतुलित पर्यावरण प्रदान करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।