झारखंड मजदूर संघर्ष संघ की ऐतिहासिक जीत, सीजीएम कमल भास्कर ने कई मांगों पर जताई सहमति
गुआ , 5 जून।
सेल (SAIL) की गुआ आयरन ओर खदान के ठेका मजदूरों को अब उनके संघर्ष का प्रतिफल मिलने लगा है। झारखंड मजदूर संघर्ष संघ द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही “समान काम के लिए समान वेतन” की मांग को कंपनी प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है। सीजीएम कमल भास्कर ने इस दिशा में पहल करते हुए इसे लागू करने की घोषणा की है।
यह जानकारी झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पाण्डेय ने मीडिया को दी। उन्होंने इसे यूनियन और मजदूरों की बड़ी जीत करार देते हुए कहा कि यह फैसला न केवल ठेका मजदूरों के आत्मसम्मान की बहाली है, बल्कि उनके हक की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है।
ठेका मजदूरों को मिलेगा आवास आवंटन !
संघ के अध्यक्ष रामा पाण्डेय ने बताया कि जो ठेका मजदूर सेल के आवासों में अवैध रूप से रह रहे हैं, उनके लिए भी प्रबंधन ने सकारात्मक पहल की है। प्रबंधन द्वारा ऐसे आवासों का वैध रूप से ठेका मजदूरों के नाम पर आवंटन करने पर सहमति जताई गई है। इससे मजदूरों को आवास की अस्थिरता से मुक्ति मिलेगी और उन्हें स्थायित्व का लाभ मिलेगा।
रात्रि भत्ता ₹45 से बढ़कर ₹90 होगा !
रात्रि पाली में काम करने वाले मजदूरों के लिए रात्रि भत्ता को दोगुना करने की दिशा में भी पहल हुई है। अब तक ₹45 मिल रहे भत्ते को बढ़ाकर ₹90 करने की मांग पर सीजीएम ने इसे उच्च प्रबंधन से बात करने का भरोसा दिया है।
नोटसीट पर कार्यरत मजदूरों को भी मिल सकती है चिकित्सा सुविधा
कंपनी में नोटसीट पर कार्यरत ठेका मजदूरों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में भी वार्ता हुई है। यूनियन द्वारा यह मांग लगातार उठाई जा रही थी। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय अभी लंबित है, लेकिन प्रबंधन ने इसे गंभीरता से लेने और यथाशीघ्र समाधान निकालने का आश्वासन दिया है।
एम्बुलेंस और स्कूली बस की मांग पर सकारात्मक संकेत
गुआ खदान क्षेत्र में एम्बुलेंस सुविधा बढ़ाने और नोवामुण्डी कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए स्कूली बस सेवा देने की मांग पर भी प्रबंधन और यूनियन के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है। यूनियन की मांग है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी उच्च शिक्षा तक पहुंचने के लिए बेहतर परिवहन सुविधा दी जाए, ताकि वे समय से कॉलेज जा सकें और पढ़ाई में पिछड़ें नहीं।
निर्माणाधीन आवास में मजदूरों को नहीं मिल रही न्यूनतम मजदूरी, जांच का आश्वासन
संघ ने आरोप लगाया है कि गुआ खदान में निर्माणाधीन आवासों में कार्यरत मजदूरों को ठेकेदार द्वारा न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है और भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। इस पर प्रबंधन ने जांच कर दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। यूनियन ने इस मुद्दे को बेहद संवेदनशील बताया और मांग की कि मजदूरों को बकाया भुगतान तुरंत किया जाए।
मजदूरों की आवाज बनी झारखंड मजदूर संघर्ष संघ
रामा पाण्डेय ने कहा कि झारखंड मजदूर संघर्ष संघ लगातार मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रही है। गुआ खदान क्षेत्र में ठेका मजदूरों के शोषण के विरुद्ध यूनियन की संघर्षशीलता के कारण आज उन्हें यह बड़ी उपलब्धि मिली है। उन्होंने कहा कि जब तक मजदूरों को पूर्ण न्याय नहीं मिल जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।