प्राचार्य डॉ. आशीष कुमार के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया
रिपोर्ट : शैलेश सिंह
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर केंद्रीय विद्यालय मेघातुबुरू में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत विशेष आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आशीष कुमार ने किया। यह पहल पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मातृत्व को सम्मान देने के उद्देश्य से की गई, जिसमें छात्रों ने अपने माताओं के नाम एक-एक पौधा लगाकर उन्हें समर्पित किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य ‘Mission LiFE’ (Lifestyle for Environment) के तहत छात्रों को स्थायी जीवनशैली और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति जागरूक बनाना था। ‘ECO CLUBS for Mission LiFE’ के माध्यम से विद्यालय ने इस विचार को व्यवहारिक रूप देने का प्रयास किया।
माँ के नाम पौधा लगाकर भावनात्मक जुड़ाव
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया जिसमें छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रत्येक छात्र को एक पौधा दिया गया जिसे उन्होंने अपनी माँ के नाम लगाया। इस पहल ने न केवल पर्यावरणीय महत्व को रेखांकित किया बल्कि छात्रों में अपनी माताओं के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को भी सशक्त किया।
प्राचार्य का प्रेरणादायक संदेश
प्राचार्य डॉ. आशीष कुमार ने इस अवसर पर कहा,
“माँ जीवन का स्रोत हैं, और पेड़ पृथ्वी का जीवनदाता। यदि हम प्रत्येक माँ के नाम एक वृक्ष लगाएं तो न केवल हम प्रकृति के प्रति उत्तरदायी बनेंगे, बल्कि यह एक भावनात्मक और नैतिक जागरूकता का प्रतीक भी बनेगा।”
उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे इस अभियान को केवल एक दिन का उत्सव न मानें, बल्कि इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। उन्होंने पौधों की देखभाल और उनके बढ़ने की जिम्मेदारी छात्रों को सौंपी।
ECO CLUB की सक्रिय भूमिका
विद्यालय के ईको क्लब के सदस्यों ने पूरे आयोजन को संचालित किया। उन्होंने वृक्षारोपण, पोस्टर बनाना, भाषण प्रतियोगिता और निबंध लेखन जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया। पर्यावरण पर आधारित लघु नाटिका और जागरूकता गीतों ने भी छात्रों और उपस्थित जनों को भावविभोर किया।
पर्यावरण जागरूकता के साथ सामाजिक संदेश
‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे अभियानों से विद्यालय बच्चों के अंदर पर्यावरण के प्रति जागरूकता और मातृत्व के सम्मान की भावना को एक साथ विकसित कर रहा है। यह अभियान सिर्फ पौधा रोपण नहीं, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन का रूप ले रहा है।
आगे की योजना
प्राचार्य डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि विद्यालय इस मुहिम को निरंतर जारी रखेगा। आगामी समय में छात्रों द्वारा लगाए गए पौधों की वृद्धि का निरीक्षण किया जाएगा और उसकी रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। साथ ही ‘पर्यावरण मित्र छात्र’ की उपाधि भी उन विद्यार्थियों को दी जाएगी जो पौधों की देखरेख में विशेष रुचि लेंगे।