मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने मांगा 48 घंटे में जवाब, गोपनीय शाखा की जांच में खुलासा
सरायकेला, संवाददाता ।
सारायकेला-खरसावां जिले के खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में पदस्थ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से गैरहाजिर पाए गए हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएससी-सह-सीएमओ) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी संबंधित कर्मियों का वेतन/मानदेय अगले आदेश तक रोक दिया है।
गोपनीय जांच में हुआ खुलासा
गोपनीय शाखा, सरायकेला-खरसावां द्वारा जारी ज्ञापांक संख्या 786/गो०, दिनांक 28.05.2025 के अनुसार, 28 मई को अपराह्न 6:20 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, खरसावां का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ड्यूटी रोस्टर के अनुसार डॉ. कन्हैया लाल उरांव (चिकित्सा पदाधिकारी), श्री चैतन्य मुर्मू (एमपीडब्लू), एवं श्री लखन मछुआ (सफाईकर्मी) अनुपस्थित पाए गए।
48 घंटे में मांगा गया स्पष्टीकरण
मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचसी खरसावां को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे 48 घंटे के भीतर अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर उनकी रिपोर्ट अधोहस्ताक्षरी को प्रस्तुत करें। साथ ही, स्पष्ट किया गया है कि तीनों कर्मियों का 28 मई का वेतन/मानदेय अगले आदेश तक रोका जाएगा।
सीएचसी की कार्यशैली पर उठे सवाल
इस कार्रवाई के बाद सीएचसी खरसावां की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में पहले से ही स्टाफ की कमी बनी हुई है और ऐसे में ड्यूटी पर नियुक्त कर्मियों का गैरहाजिर रहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने इस तरह की लापरवाहियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
स्वास्थ्य विभाग की सख्ती शुरू
इस मामले से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि जिला स्वास्थ्य विभाग अब अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों की अनुशासनहीनता पर सख्त रवैया अपनाने के मूड में है। सीएमओ द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई इस दिशा में एक स्पष्ट संदेश मानी जा रही है।
आगामी कदमों पर नजर
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि संबंधित कर्मचारी क्या स्पष्टीकरण देते हैं और विभागीय जांच में आगे क्या निष्कर्ष निकलता है। यदि जवाब असंतोषजनक पाया गया तो निलंबन जैसी कार्रवाई भी संभव मानी जा रही है।